महामंडलेश्वर चेतनदासजी महाराज का देवलोकगमन

मेवाड़ क्षेत्र में शोक की लहर, हजारों श्रद्धालुओं ने किए अंतिम दर्शन

    05-Jul-2025
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कपासन (प्रात:काल संवाददाता)। सांवलिया धाम आश्रम, मुंगाना के प्रतिष्ठित महंत और आध्यात्मिक गुरु महामंडलेश्वर चेतनदासजी महाराज का शुक्रवार को देवलोकगमन हो गया। उनके निधन से पूरे मेवाड़ अंचल सहित राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के हजारों श्रद्धालुओं में शोक की लहर दौड़ गई है। श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को पूरे दिन आश्रम पहुंचकर अपने पूज्य गुरुदेव के अंतिम दर्शन किए।


अंतिम सांस कपासन के अस्पताल में

90 वर्षीय चेतनदास महाराज पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। शुक्रवार सुबह उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें कपासन के उप जिला चिकित्सालय ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके देवलोकगमन की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई और बड़ी संख्या में भक्तगण आश्रम में एकत्र होने लगे।


आधी सदी से अधिक समय तक किया अध्यात्म व सेवा का मार्गदर्शन

महामंडलेश्वर चेतनदास महाराज ने अपने ब्रह्मलीन गुरु बिहारीदास महाराज की पावन स्मृति में पिछले 50 वर्षों से हर वर्ष गुरु पूर्णिमा महोत्सव का भव्य आयोजन करते आ रहे थे। इस आयोजन में एक लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल होते थे। देश के कोने-कोने से आने वाले भक्त महाराजश्री की पूजा-अर्चना कर, कंठी प्रसाद, उपदेश व प्रसादी प्राप्त करते थे।

इस वर्ष भी 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा महोत्सव आयोजित होना था जिसकी तैयारियाँ जोरों पर थीं। लेकिन गुरुदेव के देवलोकगमन से आयोजनों की तैयारी के बीच शोक का सन्नाटा छा गया।


आश्रम में संचालित हो रहे थे अनेक धर्मकार्य

महामंडलेश्वर चेतनदासजी महाराज के मार्गदर्शन में सांवलिया धाम आश्रम न केवल अध्यात्म का केंद्र था, बल्कि वहां से कई सामाजिक और सेवा कार्य भी संचालित होते थे। इनमें चेतन वेद गुरुकुलम्, गौशाला और अन्नपूर्णा भोजनशाला जैसे प्रमुख सेवा केंद्र शामिल हैं।

इसके अलावा वे हर महाकुंभ में मीरा मेवाड़ खालसा का नेतृत्व करते थे, जिसमें हजारों साधु-संत व श्रद्धालु भाग लेते थे। चेतनदास महाराज ने सादगीपूर्ण जीवन जीते हुए आध्यात्मिकता और समाज सेवा को एक सूत्र में पिरोया था।


अंतिम यात्रा और श्रद्धांजलि सभा

शुक्रवार को दिनभर हजारों श्रद्धालु अंतिम दर्शन के लिए आश्रम पहुंचे। संन्यासी अनुजदास महाराज ने बताया कि चेतनदास महाराज की अंतिम यात्रा शनिवार सुबह 8 बजे आश्रम से प्रारंभ होगी। यह यात्रा मुंगाना गांव में भ्रमण करते हुए पुनः आश्रम लौटेगी, जहां प्रातः 11 बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा।


व्यापारियों और नागरिकों ने जताया शोक

चेतनदास महाराज के सम्मान में कपासन नगर के व्यापारियों ने शनिवार दोपहर 12 बजे तक अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का निर्णय लिया है। वहीं, रामद्वारा कपासन में शनिवार सुबह 9 बजे नगरवासियों द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा।


संत समाज में शोक

चेतनदासजी महाराज के देवलोकगमन से संपूर्ण संत समाज में भी शोक की लहर है। उनके योगदान, सादगीपूर्ण जीवन और आध्यात्मिक नेतृत्व को हमेशा याद किया जाएगा। उनके अनगिनत शिष्य आज उन्हें नम आंखों से विदाई दे रहे हैं।