यात्रियों की मांग को ध्यान में रखते हुए मध्य रेलवे ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब दौंड-कलबुरगि के बीच चलने वाली विशेष ट्रेनों को 180 अतिरिक्त फेरों तक के लिए बढ़ा दिया गया है। यह निर्णय मध्य रेलवे के सोलापुर डिवीजन के माध्यम से लिया गया है, जिससे महाराष्ट्र और कर्नाटक के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
रेलवे की ओर से जारी आधिकारिक जानकारी के अनुसार, दो अलग-अलग प्रकार की अनारक्षित विशेष ट्रेनों की सेवाओं को विस्तारित किया गया है। यात्रियों की बढ़ती संख्या और निरंतर मांग को देखते हुए यह निर्णय सार्वजनिक हित में लिया गया है।
साप्ताहिक 5 दिन चलने वाली स्पेशल ट्रेन (128 ट्रिप) :
ट्रेन संख्या 01421/01422 दौंड-कलबुरगि अनारक्षित स्पेशल ट्रेन, जो पहले 2 जुलाई 2025 तक सप्ताह में 5 दिन (गुरुवार और रविवार को छोड़कर) चलाई जा रही थी, अब यह सेवा 30 सितंबर 2025 तक जारी रहेगी। इस ट्रेन ने दोनों शहरों के बीच यात्रियों को सुविधाजनक और किफायती यात्रा का विकल्प दिया है, खासतौर पर कामकाजी वर्ग और दैनिक यात्रियों के लिए।
द्वि-साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन (52 ट्रिप) :
ट्रेन संख्या 01425/01426 दौंड-कलबुरगि अनारक्षित द्वि-साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन, जो हर गुरुवार और रविवार को संचालित हो रही थी और जिसका संचालन 29 जून 2025 तक सीमित था, उसे अब 28 सितंबर 2025 तक बढ़ा दिया गया है। यह सेवा उन यात्रियों के लिए खासतौर पर उपयोगी है जो सप्ताहांत या विशिष्ट दिनों में यात्रा करना पसंद करते हैं।
समय, ठहराव और संरचना में कोई बदलाव नहीं :
रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया है कि इन ट्रेनों के समय, रूट, ठहराव या कोच संरचना में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यानी यात्री पहले की ही तरह अपनी यात्रा को सुगमता से जारी रख सकेंगे।
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यात्रियों के लिए सूचना :
रेलवे ने यात्रियों से वैध टिकट के साथ यात्रा करने की अपील की है, ताकि किसी भी असुविधा से बचा जा सके। अनारक्षित कोच की टिकट बुकिंग सभी संबंधित स्टेशनों पर बुकिंग काउंटर और UTS मोबाइल ऐप के माध्यम से की जा सकती है। इन विशेष ट्रेनों की समय-सारणी और विस्तृत जानकारी के लिए www.enquiry.indianrail.gov.in वेबसाइट या NTES ऐप का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
यह निर्णय निश्चित रूप से उन यात्रियों के लिए राहत की खबर है जो दौंड और कलबुरगि के बीच नियमित रूप से यात्रा करते हैं। यह कदम यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देने की दिशा में रेलवे का सकारात्मक प्रयास है।