चित्तौड़गढ़ -
पुलिस अधीक्षक जोशी ने जानकारी दी कि वांछित अपराधियों की धरपकड़, गिरफ्तारी और एरिया डोमिनेंस सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह विशेष कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि जिले के सभी पुलिस वृत्तों – चित्तौड़गढ़ शहर, ग्रामीण, गंगरार, कपासन, बेगू, रावतभाटा, बड़ीसादड़ी, निम्बाहेड़ा और भदेसर – में थाना स्तर पर अपराधियों की सूचियां तैयार की गईं और इन सूचियों के आधार पर अलग-अलग टीमें गठित कर तड़के सुबह दबिश अभियान शुरू किया गया।
इस विशेष अभियान की रूपरेखा पहले ही तैयार कर ली गई थी। प्रत्येक थाना स्तर पर वांछित अपराधियों की सूची तैयार की गई और उन्हें चिन्हित कर दबिश के स्थानों को अंतिम रूप दिया गया। समस्त पुलिस उप अधीक्षकों ने इन सूचियों की समीक्षा कर समन्वय के साथ धरपकड़ की रणनीति बनाई।
पुलिस लाइन और थानों के 297 पुलिसकर्मी इस कार्रवाई में जुटे। इन्हें 76 विशेष टीमों में बाँटकर अलग-अलग स्थानों पर भेजा गया। अभियान की शुरुआत तड़के सुबह की गई ताकि अपराधियों को सतर्क होने का अवसर न मिले।
दबिश के दौरान पुलिस ने विभिन्न धाराओं और मामलों में वांछित कुल 120 अपराधियों को गिरफ्तार किया। इनमें शामिल हैं:
7 वांछित अपराधी जो गंभीर आपराधिक मामलों में लंबे समय से फरार चल रहे थे।
51 स्थाई वारंटी, जिनके खिलाफ न्यायालय द्वारा स्थाई वारंट जारी किए गए थे।
15 आरोपी सामान्य अपराधों में वांछित, जो समय पर न्यायालय में पेश नहीं हो रहे थे या पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहे थे।
अन्य प्रकरणों में वांछित – जिनमें गिरफ्तारी वारंटी, उद्घोषित अपराधी और धारा 299 सीआरपीसी में वांछित शामिल थे।
इनके अलावा, विभिन्न अधिनियमों के तहत दर्ज मामलों में वांछित अन्य अपराधियों को भी धर दबोचा गया। इनमें से कई ऐसे अपराधी हैं जो वर्षों से गिरफ्त से बाहर थे और लगातार छुपकर रह रहे थे।
इस विशेष अभियान में सबसे अधिक सफलता चित्तौड़गढ़ ग्रामीण वृत्त को मिली, जहाँ 28 अपराधियों को पकड़ा गया। इसके अतिरिक्त अन्य वृत्तों में भी बड़ी संख्या में अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिससे जिले भर में पुलिस की कार्रवाई का प्रभाव स्पष्ट रूप से महसूस किया गया।
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने इस कार्रवाई पर संतोष जताते हुए कहा,
“जिले में कानून-व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाने, वांछित अपराधियों पर शिकंजा कसने और जनता में सुरक्षा की भावना मजबूत करने के लिए यह विशेष अभियान चलाया गया। आने वाले समय में भी ऐसे अभियान जारी रहेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि इस अभियान से न सिर्फ अपराधियों में भय उत्पन्न हुआ है, बल्कि आम जनता को यह विश्वास भी मिला है कि पुलिस अपराध पर सख्ती से नियंत्रण रखने के लिए तत्पर है।
जिलेभर में इस बड़े पैमाने पर हुई पुलिस कार्रवाई को जनता ने सराहा है। कई स्थानीय नागरिकों ने कहा कि इससे आमजन में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आगे भी इसी तरह के सघन अभियान समय-समय पर चलाए जाएंगे। इसके तहत आपराधिक गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों, अवैध हथियार रखने वालों, मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
चित्तौड़गढ़ पुलिस का यह विशेष अभियान न केवल अपराधियों के खिलाफ सख्त संदेश है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पुलिस प्रशासन जिले को अपराधमुक्त बनाने के लिए पूरी तरह सजग और सक्रिय है। 76 टीमों की एक साथ की गई दबिश और 120 अपराधियों की गिरफ्तारी, राजस्थान पुलिस की त्वरित, संगठित और योजनाबद्ध कार्रवाई का प्रमाण है।