पुलिस को देखकर भागा तस्कर, 20 लीटर देशी महुआ शराब जप्त

कपासन की सड़कों पर शराब माफिया का धंधा

Pratahkal    09-Jun-2025
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अवैध शराब का धंधा

कपासन - अवैध शराब तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में रविवार को कपासन पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मेवदा कोलोनी क्षेत्र में पुलिस की धरपकड़ के दौरान एक युवक पुलिस टीम को देखकर 20 लीटर देशी महुआ शराब से भरी जेरिकेन छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने अवैध शराब जप्त करते हुए आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।

पुलिस अभियान की शुरुआत

आबकारी विभाग और स्थानीय पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे अवैध शराब विरोधी अभियान के तहत रविवार सुबह कपासन पुलिस स्टेशन की टीम मेवदा कोलोनी पहुंची। पुलिस उपनिरीक्षक गोवर्धनसिंह के नेतृत्व में गठित टीम में सहायक पुलिस उपनिरीक्षक शंकरलाल सहित स्थाई वारंटियो और विशेष पुलिस जाप्ता शामिल था।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह अभियान अवैध शराब की बढ़ती समस्या को देखते हुए नियमित आधार पर चलाया जा रहा है। क्षेत्र में देशी शराब की तस्करी की बढ़ती घटनाओं के कारण पुलिस प्रशासन ने कड़ी निगरानी करने का निर्णय लिया है।

घटना का विस्तृत विवरण

रविवार सुबह जब पुलिस टीम मेवदा कोलोनी से जाशमा जाने वाले मार्ग पर गश्त कर रही थी, तो एक युवक प्लास्टिक की जेरिकेन लेकर आता दिखाई दिया। पुलिस जाप्ता को देखते ही युवक के चेहरे पर घबराहट के भाव आ गए और वह तुरंत जेरिकेन को सड़क पर छोड़कर तेजी से भागने लगा।

पुलिस टीम ने तत्काल जेरिकेन की जांच की तो पाया कि इसमें देशी महुआ की शराब भरी हुई है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि जेरिकेन में लगभग 20 लीटर अवैध शराब थी, जिसकी बाजार में काफी कीमत हो सकती थी।


तस्कर की पहचान और फरारी

पुलिस की प्रारंभिक जांच और स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर भागने वाले युवक की पहचान मेवदा कोलोनी निवासी रोशन कंजर पुत्र भगवान्या के रूप में की गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी पहले भी इस तरह की गतिविधियों में शामिल रहा है और अवैध शराब के धंधे से जुड़ा हुआ है।

फिलहाल आरोपी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। पुलिस उपनिरीक्षक गोवर्धनसिंह ने बताया कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और अवैध शराब के पूरे नेटवर्क का पता लगाया जाएगा।


देशी महुआ शराब की समस्या

देशी महुआ की शराब स्थानीय क्षेत्रों में एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। यह न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती है बल्कि सामाजिक और स्वास्थ्य की दृष्टि से भी हानिकारक है। अवैध रूप से तैयार की जाने वाली यह शराब अक्सर घातक साबित होती है क्योंकि इसमें हानिकारक रसायन मिलाए जाते हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, अवैध देशी शराब का सेवन मेथनॉल पॉइजनिंग का कारण बन सकता है, जो अंधेपन और मृत्यु तक का कारण बन सकती है। इसलिए पुलिस प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से ले रहा है।


कानूनी कार्रवाई और आबकारी अधिनियम

पुलिस ने अवैध शराब जप्त करने के साथ ही आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। इस अधिनियम के तहत अवैध शराब के उत्पादन, परिवहन, बिक्री और भंडारण के लिए कड़ी सजा का प्रावधान है। आरोपी पर न केवल जुर्माना लगाया जा सकता है बल्कि कारावास की सजा भी हो सकती है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में आरोपी के खिलाफ धारा 60, 61 और 65 के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा अवैध शराब की आपूर्ति श्रृंखला की जांच भी की जा रही है।

पुलिस अभियान का व्यापक प्रभाव

यह घटना पुलिस के निरंतर अभियान का परिणाम है। कपासन क्षेत्र में अवैध शराब की तस्करी रोकने के लिए पुलिस नियमित छापेमारी कर रही है। पिछले महीने भर में पुलिस ने कई ऐसे मामलों में कार्रवाई की है और बड़ी मात्रा में अवैध शराब जप्त की है।

स्थानीय निवासियों ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा है कि इससे क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी। समाजसेवियों का कहना है कि अवैध शराब का धंधा न केवल कानून व्यवस्था की समस्या है बल्कि यह युवाओं को गलत राह पर ले जाने का काम भी करता है।


भविष्य की रणनीति

पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि अवैध शराब के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। विशेष निगरानी टीमों का गठन किया गया है जो संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेंगी। इसके साथ ही स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे अवैध शराब की तस्करी की जानकारी पुलिस को दें।

पुलिस उपनिरीक्षक गोवर्धनसिंह ने कहा, "हमारा उद्देश्य केवल अवैध शराब पकड़ना नहीं है बल्कि इसकी जड़ों तक पहुंचकर पूरे नेटवर्क को खत्म करना है। हम निरंतर निगरानी रखेंगे और किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि बर्दाश्त नहीं करेंगे।"

यह मामला अवैध शराब तस्करी के खिलाफ पुलिस की सक्रियता को दर्शाता है और यह संदेश देता है कि कानून तोड़ने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा।