उदयपुर. नगर संवाददाता | डॉ रवि शर्मा की दिलशाद भवन हॉस्टल में वाटर कूलर के करंट से मृत्यु के मामले में आज छठे दिन भी रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर रहे। सुबह श्रद्धाजंलि सभा, नुक्कड़ नाटक एवं शाम को कैंडल मार्च निकाला गया। हड़ताल को सभी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने हड़ताली रेजिडेंट डॉक्टरों से निवेदन किया कि मामला शासन-प्रशासन एवं न्यायिक व्यवस्था में चला गया है। जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्यवाही होगी।
रेजिडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ दीपेन्द्र सेवदा ने बताया कि डॉ रवि शर्मा को सुबह पुष्पाजंलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धाजंलि दी गई। बाद में कॉलेज प्रशासन को जगाने के लिए नुक्कड़ नाटक किया गया। शाम को आरएनटी मेडिकल कॉलेज परिसर में कैंडल मार्च निकाला गया। दिनभर आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक भवन के बाहर रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर बैठे रहे। महासचिव डॉ हितेश शर्मा ने बताया कि सभी ने एकमत होकर हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है कल सुबह जनरल हाउस की बैठक होगी जिसमें हड़ताल को लेकर अग्रिम रणनीति तैयार की जाएगी।
सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
डॉ रवि शर्मा की मृत्यु की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर महासचिव डॉ शंकरलाल बामनिया व अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सा संघ के महासचिव डॉ सुरेश मंडोवरिया ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। वहीं काली पट्टी बांध प्रदर्शन किया।
शासन. प्रशासन के पाले में है मामला
छह दिनों से चली आ रही रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते पहली बार आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्राच
डॉ विपिन माथुर ने कहा कि डॉ रवि शर्मा की दुर्घटना दुभाग्यपूर्ण है। दुर्घटना का कारण जानने के लिए उदय के वरिष्ठ चिकित्सकों और जिला कलेक्टर के आदेश से जयपुर की टीम से पोस्टमार्टम कराया गया। दोनों टी ने अपनी ओपिनियन रिजर्व रखी है। एफएसएल जांच रिपोर्ट आने पर ही मौत के कारणों का खुलासा हो प्रशासन ने उदारतापूर्वक रेजिडेंट डॉक्टर्स की मांगों को माना है, अब मामला प्रशासन व न्यायिक प्र िया में जिला कलेक्टर ने सीनियर अधिकारियों की एक टीम गठित की है वह टीम अपनी रिपोर्ट व एफएसएल रिप् के आधार पर दोषियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। यह सारा काम शासन तय करेगा। इस मामले में जुड़े भी हॉस्टल के पदाधिकारी है उन्हें हटा दिया गया है। रेजिडेंट डॉक्टर्स को सुशासन में विश्वास रखना चाहित उन्होंने पुनः जोर देकर कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने रेजिडेंट डॉक्टर्स निवेदन है कि रोगियों को रही समस्या को देखते हुए काम पर लौट आए।