अपराध शाखा ने पोंजी घोटाले का भंडाफोड़ किया, 3 सह-निदेशक गिरफ्तार

Pratahkal    20-Jun-2025
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मुंबई। शहर की अपराध शाखा ने एक पोंजी निवेश घोटाले का भंडाफोड़ किया है और एक निवेश कंपनी के तीन निदेशकों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि आरोपियों ने निवेशकों के साथ करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया है। अपराध शाखा की प्रॉपर्टी सेल ने एजे एंटरप्राइजेस के अंकित जैन, हेतल रांका और ओंकार शिवशंकर सिंह को गिरफ्तार किया है। उन पर उच्च रिटर्न वाले निवेश योजना का झांसा देकर सैकड़ों लोगों को ठगने का आरोप है। जांच में कथित रूप से उनके पोंजी-शैली के ऑपरेशनों का दायरा मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में फैला हुआ पाया गया है और यह रकम 2.5 करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है।
 
यह शिकायत अभिनेत्री माधुरी पांडे ने दर्ज कराई थी, जिन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने और उनके बेटे विशाल पांडे ने 2 लाख रुपए ऐसे व्यवसाय में निवेश किए, जिसे वे एक स्टेशनरी निर्माण इकाई मानते थे, जो 15% मासिक रिटर्न का वादा कर रही थी। पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता की सिंह से मुलाकात 2021 में हुई थी, लेकिन असली निवेश की प्रक्रिया जनवरी 2025 से शुरू हुई। सिंह, जैन और रांका ने दावा किया था कि वे एजे एंटरप्राइजेस नामक कंपनी चलाते हैं, जो एमआईडीसी तारापुर में एजे कॉपियर नामक फैक्टरी से स्टेशनरी पेपर का उत्पादन करती है।
 
उन्होंने निवेशकों को आश्वस्त किया था कि उनके फंड व्यवसाय संचालन में उपयोग किए जाएंगे। वैध दिखने के लिए, वे गोरेगांव के शिवम चेंबर्स स्थित एक कार्यालय से काम कर रहे थे। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि कम से कम 300 निवेशकों को धोखा दिया गया है। दीपक कुमार जैन (65) को उनकी उम्र के कारण गिरफ्तार नहीं किया गया।