Udaipur News: मेवाड़ में छाया मानसून, कहीं रिमझिम तो कहीं तेज बारिश

    19-Jun-2025
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उदयपुर। प्रात:काल संवाददाता।

मेवाड़ क्षेत्र में लंबे इंतज़ार के बाद आखिरकार मानसून ने दस्तक दे दी है। मानसून के सक्रिय होते ही उदयपुर, कपासन, धरियावद, फतहनगर और निम्बाहेड़ा सहित कई क्षेत्रों में तेज़ से लेकर रिमझिम बारिश हुई। इस मानसूनी बारिश ने एक ओर जहां तपती गर्मी और उमस से राहत दी, वहीं किसानों के चेहरों पर भी रौनक ला दी। खेतों में हलचल शुरू हो गई है और बाजारों में खाद-बीज की दुकानों पर भीड़ उमड़ रही है।


मानसून का प्रवेश और प्रभाव

उदयपुर शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को ठंडी सांस लेने का अवसर दिया। मंगलवार रात्रि से शुरू हुई वर्षा का दौर बुधवार को भी जारी रहा। तेज़ और मध्यम दर्जे की बारिश के कारण कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे कुछ लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा। हालांकि, लंबे समय से झुलसाती गर्मी से परेशान आमजन के लिए यह मानसूनी बारिश राहत की फुहार बनकर आई है।


कपासन में रुक-रुक कर बारिश, मौसम बना खुशनुमा

कपासन में बुधवार को दिनभर रुक-रुक कर रिमझिम बारिश होती रही। सुबह और अपराह्न पांच बजे के आसपास बारिश ने दस्तक दी, जिससे पूरे दिन मौसम सुहावना बना रहा। मंगलवार रात भी हल्की बारिश हुई थी। बारिश के बाद कपासन क्षेत्र में खाद-बीज की दुकानों पर किसानों की भीड़ देखी गई, जिससे यह स्पष्ट है कि अब किसान खरीफ की फसलों की तैयारी में जुट चुके हैं। इस बार मानसून समय पर आने से खेती की शुरुआत में गति आने की उम्मीद है।


धरियावद में बादलों की गड़गड़ाहट के साथ बरसे मेघ

धरियावद क्षेत्र में मंगलवार रात से शुरू हुई बारिश बुधवार तड़के तक चलती रही। बुधवार दोपहर को मध्यम वर्षा हुई, जिससे वातावरण में ठंडक घुल गई। पूरे दिन बादलों की आवाजाही बनी रही, और गहरे बादलों के कारण क्षेत्र में अंधेरा छाया रहा। आलोक ऋतु वेधशाला की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार शाम 5 बजे तक 24 घंटे में 19 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इससे साफ है कि मानसून की सक्रियता क्षेत्र में बनी हुई है और आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना है।


फतहनगर में बारिश की बौछारों ने बढ़ाया सुकून

फतहनगर में मंगलवार को हुई हल्की बारिश की बौछारों ने मौसम को खुशगवार बना दिया। सुबह कुछ देर के लिए बारिश हुई और शाम को ठंडी हवाओं ने मौसम को और भी सुहावना बना दिया। दिनभर हल्की धूप और बादलों की आंखमिचौली देखने को मिली। मौसम में आए इस परिवर्तन से ग्रामीण क्षेत्रों के किसान काफी उत्साहित नजर आए और अब खेतों में कामकाज शुरू करने की तैयारी में जुट गए हैं।


निम्बाहेड़ा में राहत की बारिश, किसानों में उम्मीदें जगीं

निम्बाहेड़ा उपखंड क्षेत्र में मंगलवार रात और बुधवार सुबह बारिश का दौर जारी रहा। इससे चिपचिपी गर्मी से परेशान लोगों को काफी राहत मिली। बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई और मौसम में ठंडक महसूस की गई। यह मानसूनी वर्षा किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है, क्योंकि इससे खेतों की नमी बनी रहेगी और बुवाई का कार्य समय पर हो सकेगा।

मौसम विभाग ने उपखंड क्षेत्र में आगामी तीन दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट में आंधी, गरज-चमक और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, विशेषकर निचले इलाकों में जलभराव की संभावना को देखते हुए।


मानसून के असर से बाजारों और खेतों में हलचल

मानसून की पहली बारिश के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में बाजारों में भी हलचल देखी जा रही है। खाद, बीज, कीटनाशक और कृषि उपकरणों की मांग बढ़ गई है। किसान उम्मीद से भरे हुए हैं कि यदि मानसून इसी तरह सक्रिय रहा, तो इस बार खरीफ की फसलों का उत्पादन बेहतर होगा। विशेष रूप से मक्का, सोयाबीन और मूंग की बुवाई शुरू होने वाली है।


जलस्रोतों को मिला जीवनदान

इस शुरुआती मानसून से न सिर्फ खेती को लाभ हुआ है, बल्कि सूखते हुए जलस्रोतों में भी जीवन लौटी है। तालाबों और नहरों में पानी का स्तर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। यह वर्षा जलसंवर्धन और भूजल स्तर को सुधारने में भी सहायक सिद्ध होगी।


मेवाड़ में मानसून की दस्तक ने प्रकृति, किसान और आम नागरिक—तीनों को राहत दी है। आने वाले दिनों में यदि बारिश की यही गति बनी रही, तो न सिर्फ कृषि क्षेत्र में उन्नति होगी बल्कि लोगों को गर्मी से स्थायी राहत मिलेगी। यह मानसून जहां एक ओर किसानों की उम्मीदों को सिंचित कर रहा है, वहीं पर्यावरण को भी नया जीवन दे रहा है।