भीलवाड़ा: देसी कट्टा के साथ युवक गिरफ्तार, अवैध हथियार रखने का मामला दर्ज

प्रताप नगर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर की कार्रवाई, आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज

    14-Jun-2025
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भीलवाड़ा (प्रात:काल संवाददाता) - शहर में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण पाने की दिशा में प्रताप नगर पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए एक 18 वर्षीय युवक को देसी कट्टा और चार कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी से शहर में अवैध हथियारों की तस्करी के एक नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है।



: आपराधिक गतिविधियों का प्रमुख हथियार

देसी कट्टा आज के समय में अपराधियों की पहली पसंद बन गया है। ये हथियार स्थानीय रूप से निर्मित होते हैं और आसानी से छुपाए जा सकते हैं। देसी कट्टा की सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसे बनाना आसान होता है और इसकी लागत भी कम होती है। इसी कारण से अपराधी इसका अधिक इस्तेमाल करते हैं।

देसी कट्टा न केवल हत्या और डकैती जैसे गंभीर अपराधों में इस्तेमाल होता है, बल्कि यह धमकी देने और डराने-धमकाने के लिए भी उपयोग किया जाता है। पुलिस के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में होने वाले अधिकांश हथियारबंद अपराधों में देसी कट्टा का इस्तेमाल हो रहा है।


मुखबिर की सूचना पर की गई कार्रवाई

प्रताप नगर थाने के सहायक उप निरीक्षक ऐजाजुद्दीन को मुखबिर से देसी कट्टा और अवैध हथियारों की तस्करी से संबंधित जानकारी मिली थी। सूचना में बताया गया था कि चंद्रशेखर आजाद नगर मार्ग पर सीए कॉलेज के आगे एक संदिग्ध व्यक्ति देसी कट्टा के साथ घूम रहा है।

मुखबिर की सूचना की गंभीरता को समझते हुए पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई की योजना बनाई। सहायक उप निरीक्षक ऐजाजुद्दीन ने अपनी टीम के साथ पुलिस जप्ती लेकर थाने से रवाना हुए और सीधे चंद्रशेखर आजाद नगर मार्ग की ओर पहुंचे।


आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी

गिरफ्तार युवक की पहचान रतनसिंह (18) पुत्र किशनसिंह के रूप में हुई है। रतनसिंह मूल रूप से ओडों का खेड़ा मंगरोप का निवासी है लेकिन वर्तमान में पटेल नगर में रह रहा है। उसकी कम उम्र यह दर्शाती है कि अवैध हथियारों का धंधा कितनी तेजी से युवाओं के बीच फैल रहा है।

जब पुलिस टीम निर्धारित स्थान पर पहुंची तो उन्हें मुखबिर द्वारा बताए गए हुलिये का व्यक्ति नजर आया। दिलचस्प बात यह है कि रतनसिंह ने पुलिस को देखते ही भागने की कोशिश की, जो उसके अपराधी मंसूबों को साफ तौर पर दर्शाता है।

देसी कट्टा और कारतूसों की बरामदगी

पुलिस ने रतनसिंह को रोकने के बाद उसकी तलाशी ली तो उसके पास से एक देसी कट्टा बरामद हुआ। इसके अलावा उसके पास चार कारतूस भी मिले, जिनमें से एक जिंदा और तीन खाली थे। खाली कारतूसों का मिलना इस बात का संकेत है कि संभवत: हाल ही में इस देसी कट्टा का इस्तेमाल किया गया हो।

देसी कट्टा की मारक क्षमता और इसकी खतरनाक प्रकृति को देखते हुए पुलिस ने तुरंत इसे जप्त कर लिया। साथ ही सभी कारतूसों को भी सुरक्षित हिरासत में ले लिया गया। फॉरेंसिक जांच के लिए देसी कट्टा और कारतूसों को भेजा जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इसका उपयोग किसी अपराध में हुआ है।


आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज

देसी कट्टा और कारतूसों की बरामदगी के बाद पुलिस ने रतनसिंह के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। आर्म्स एक्ट के तहत अवैध हथियार रखने पर कड़ी सजा का प्रावधान है। इस कानून के अनुसार, बिना लाइसेंस के देसी कट्टा या कोई भी हथियार रखना गैरकानूनी है।

भारतीय दंड संहिता और आर्म्स एक्ट के तहत देसी कट्टा रखने पर न्यूनतम एक साल से लेकर तीन साल तक की सजा हो सकती है। यदि यह साबित हो जाता है कि देसी कट्टा का उपयोग किसी अपराध में किया गया है, तो सजा और भी कड़ी हो सकती है।


देसी कट्टा की खरीद-फरोख्त की जांच

पुलिस ने रतनसिंह से देसी कट्टा की खरीद-फरोख्त के बारे में पूछताछ शुरू कर दी है। मुख्य सवाल यह है कि उसे यह देसी कट्टा कहां से मिला और उसने इसे क्यों खरीदा था। पुलिस यह भी जानना चाहती है कि क्या वह किसी बड़े हथियार तस्करी के नेटवर्क का हिस्सा है।

देसी कट्टा की आपूर्ति श्रृंखला का पता लगाना पुलिस की प्राथमिकता है। यदि रतनसिंह किसी संगठित गिरोह का सदस्य है, तो इससे अन्य अपराधियों तक पहुंचने में मदद मिल सकती है। पुलिस यह भी जांच रही है कि कहीं वह देसी कट्टा का इस्तेमाल किसी योजनाबद्ध अपराध के लिए तो नहीं करने वाला था।


शहर में देसी कट्टा की समस्या

भीलवाड़ा शहर में देसी कट्टा की समस्या लगातार बढ़ रही है। स्थानीय पुलिस के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में देसी कट्टा से जुड़े कई मामले सामने आए हैं। ये हथियार न केवल स्थानीय स्तर पर बनाए जा रहे हैं बल्कि बाहरी राज्यों से भी लाए जा रहे हैं।

देसी कट्टा की बढ़ती संख्या से शहर की शांति और सुरक्षा को खतरा है। पुलिस ने इस समस्या से निपटने के लिए विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई है।


पुलिस की सफलता और भविष्य की रणनीति

रतनसिंह की गिरफ्तारी प्रताप नगर पुलिस की एक महत्वपूर्ण सफलता है। यह दर्शाता है कि पुलिस मुखबिरों की सूचना पर तत्परता से कार्रवाई कर रही है। देसी कट्टा जैसे खतरनाक हथियारों को समाज से हटाना पुलिस की प्राथमिकता है।

आगे की जांच में यदि देसी कट्टा की आपूर्ति श्रृंखला का पता चल जाता है, तो पुलिस इस नेटवर्क को तोड़ने में सफल हो सकती है। यह गिरफ्तारी शहर में अवैध हथियारों के खिलाफ चल रहे अभियान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।