सांठगांठ का अंत; ईरान में इजराइली नेटवर्क हुआ ध्वस्त!

ईरान में 5 लोग इजराइल के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार, तनाव के बीच बढ़ी सतर्कता

Pratahkal    14-Jun-2025
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सांठगांठ का अंत; ईरान में इजराइली नेटवर्क हुआ ध्वस्त! 
 
मिडिल ईस्ट में ईरान और इजराइल के बीच लगातार बढ़ते तनाव के बीच ईरान ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। ईरान की खुफिया एजेंसियों ने देश के सेंट्रल हिस्से में स्थित यज़्द शहर से 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि वे इजराइल के लिए जासूसी कर रहे थे और संवेदनशील स्थानों की तस्वीरें खींचकर इजराइली एजेंसियों को भेजने की तैयारी में थे।
 
यह गिरफ्तारी उस समय हुई है जब हाल ही में इजराइल ने ईरान पर अपना अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें कई परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच टकराव अपने चरम पर पहुंच चुका है और अब यह सिर्फ सैन्य मोर्चे तक सीमित नहीं रहा, बल्कि जासूसी और साइबर वार जैसी गतिविधियों तक भी फैल चुका है।
 
 
 
ईरानी एजेंसियों का दावा, सबूत अभी सामने नहीं :
 
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसियों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए पांचों लोग यज़्द शहर में संदिग्ध परिस्थितियों में संवेदनशील स्थानों की फोटोग्राफी कर रहे थे। ईरानी एजेंसियों का दावा है कि इनका इजराइल से सीधा संपर्क था और ये देश की सुरक्षा के लिए संभावित खतरा बन सकते थे।
 
हालांकि, अब तक न तो इन लोगों की पहचान सार्वजनिक की गई है और न ही उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत या तस्वीरें मीडिया के सामने लाई गई हैं। यही कारण है कि इन गिरफ्तारियों को लेकर कुछ हलकों में सवाल भी उठ रहे हैं, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब ईरान ने बिना पर्याप्त साक्ष्यों के अपने नागरिकों को जासूसी के आरोप में हिरासत में लिया हो।
 
पहले भी लगे हैं ऐसे आरोप :
 
ईरान में अक्सर इजराइल के लिए जासूसी के आरोपों में गिरफ्तारियां होती रही हैं। इन मामलों में आमतौर पर आरोपियों पर देशद्रोह, विदेशी एजेंसियों से संपर्क, और संवेदनशील सूचनाओं की चोरी जैसे गंभीर आरोप लगाए जाते हैं। लेकिन अधिकतर मामलों में इन आरोपों को सार्वजनिक रूप से साबित नहीं किया जाता, जिससे देश के अंदर डर और असमंजस का माहौल बन जाता है।
 
तनाव के बीच सतर्क हुआ ईरान :
 
ईरान ने हाल के हमलों के बाद अपनी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा है। देश की सीमाओं के भीतर किसी भी तरह की विदेशी साजिश को रोकने के लिए निगरानी और जांच की गतिविधियां तेज कर दी गई हैं। वहीं, इजराइल का यह कहना है कि वह ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकने के लिए ऑपरेशन चला रहा है। इजराइली सेना पहले भी ईरान के भीतर गुप्त अभियानों को अंजाम देने के दावे कर चुकी है।
 
 
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अंतरराष्ट्रीय निगाहें टिकीं :
 
इन गिरफ्तारियों के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब ईरान की आगामी कार्रवाई पर हैं। यदि ये आरोप सही साबित होते हैं तो ईरान इजराइल के खिलाफ और भी कठोर कदम उठा सकता है। वहीं अगर यह कार्रवाई बिना ठोस सबूत के साबित हुई, तो ईरान की अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंच सकता है। इस समय मिडिल ईस्ट में हर छोटी घटना बड़ी रणनीतिक हलचल में बदल सकती है, और यही वजह है कि दुनिया की नजरें ईरान-इजराइल तनाव पर लगातार बनी हुई हैं।