निगम आयुक्त चौधरी ने बताया कि निगम को गुप्त सूचना मिली थी कि ट्रांसपोर्ट मार्केट में बड़े पैमाने पर सिंगल यूज प्लास्टिक कैरी बैग का भंडारण किया जा रहा है। इस सूचना की गंभीरता को देखते हुए निगम ने तत्काल कार्रवाई की योजना बनाई। शुक्रवार को निगम की विशेष टीम ने अचानक रामदूत कार्गो पर छापा मारा।
छापे के दौरान टीम को गोदाम में भारी मात्रा में सिंगल यूज प्लास्टिक कैरी बैग के बंडल मिले। ये सभी कैरी बैग प्रतिबंधित श्रेणी के थे और पर्यावरण नियमों का स्पष्ट उल्लंघन कर रहे थे। निगम की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पूरे 12 क्विंटल सिंगल यूज प्लास्टिक कैरी बैग को जब्त कर लिया।
आयुक्त चौधरी ने सिंगल यूज प्लास्टिक के एक और गंभीर पहलू की ओर इशारा किया। उन्होंने बताया कि जानवर अक्सर इन प्लास्टिक कैरी बैग को खा जाते हैं, जिससे उनकी मृत्यु हो जाती है। "सिंगल यूज प्लास्टिक न केवल हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है बल्कि निर्दोष जानवरों की जान भी ले लेता है," उन्होंने कहा।
गायों, भैंसों और अन्य पशुओं के पेट में प्लास्टिक के कारण होने वाली समस्याएं आज एक गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक कैरी बैग इस समस्या में प्रमुख योगदान देते हैं।
नगर निगम के अधिकारी संजय खोखर ने बताया कि निगम को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि रामदूत कार्गो में भारी मात्रा में सिंगल यूज प्लास्टिक का स्टॉक किया जा रहा है और उसे पूरे शहर में वितरित किया जा रहा है। इन शिकायतों की गंभीरता को समझते हुए निगम आयुक्त के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया था।
यह पहली बार नहीं है जब इस स्थान पर सिंगल यूज प्लास्टिक की वजह से कार्रवाई की गई है। अधिकारी खोखर ने बताया कि पूर्व में भी यहां कार्रवाई कर 51 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया था। यह दिखाता है कि कुछ व्यापारी निरंतर नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।
निगम आयुक्त ने शहरवासियों से अपील की है कि वे सिंगल यूज प्लास्टिक कैरी बैग का उपयोग बंद करें और इसके बजाय पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों को अपनाएं। उन्होंने सुझाव दिया कि लोग कपड़े और जूट से बने कैरी बैग का इस्तेमाल करें।
"कपड़े और जूट के बैग न केवल मजबूत होते हैं बल्कि बार-बार उपयोग किए जा सकते हैं। ये सिंगल यूज प्लास्टिक के बेहतरीन विकल्प हैं," आयुक्त ने कहा। उन्होंने आगे कहा कि इन विकल्पों को अपनाकर हम अपने पर्यावरण को होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं।
इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि नगर निगम भीलवाड़ा सिंगल यूज प्लास्टिक के मुद्दे पर बेहद गंभीर है। 1 लाख रुपये का भारी जुर्माना और 12 क्विंटल सामान की जब्ती दिखाती है कि निगम इस मामले में कोई समझौता नहीं करने वाला।
निगम के इस सख्त रुख से उम्मीद है कि अन्य व्यापारी भी सिंगल यूज प्लास्टिक के व्यापार से बचेंगे। साथ ही, यह कार्रवाई आम जनता के बीच सिंगल यूज प्लास्टिक के नुकसान के बारे में जागरूकता भी बढ़ाएगी।
निगम आयुक्त ने संकेत दिया कि सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा। वे नियमित रूप से बाजारों की जांच करवाएंगे और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। उनका लक्ष्य भीलवाड़ा को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त शहर बनाना है।