शिलांग, मेघालय - राजा रघुवंशी हत्याकांड में मेघालय पुलिस ने सनसनीखेज खुलासे किए हैं। पूर्वी खासी हिल्स के एसपी विवेक स्येम के अनुसार, राज कुशवाह इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड है। प्रेम प्रसंग और पारिवारिक दबाव के कारण हुई इस हत्या में राज कुशवाह ने अपनी प्रेमिका सोनम के साथ मिलकर पूरी योजना तैयार की थी।
फरवरी 2025 में ही राज कुशवाह और सोनम ने मिलकर दो वैकल्पिक योजनाएं बनाई थीं:
पहली योजना: सोनम को अचानक गायब होना था, ताकि ऐसा लगे कि वह नदी में बह गई है।
दूसरी योजना: किसी और की हत्या कर उसकी लाश को सोनम की स्कूटी पर रखकर आग लगानी थी, ताकि लगे कि सोनम की मृत्यु हो गई है।
हालांकि, राज कुशवाह की ये दोनों योजनाएं असफल रहीं और सोनम को पारिवारिक दबाव में 11 मई को इंदौर के राजा रघुवंशी से अरैंज मैरिज करनी पड़ी।
सोनम की शादी से केवल 11 दिन पहले मई की शुरुआत में राज कुशवाह ने राजा की हत्या की साजिश रचनी शुरू की। उसने अपने तीन दोस्तों - आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी को इस अपराध में शामिल किया। इनमें से एक आरोपी राज कुशवाह का चचेरा भाई भी है।
पुलिस की जांच के अनुसार, यह कोई सुपारी किलिंग का मामला नहीं था। राज कुशवाह ने अपने दोस्तों को हत्या के लिए तैयार किया था। उसने कोई बड़ी रकम नहीं दी, बल्कि केवल 59,000 रुपये खर्च के लिए दिए थे। यह स्पष्ट करता है कि यह पूरी तरह से प्रेम प्रसंग और व्यक्तिगत कारणों से प्रेरित अपराध था।
23 मई को जब हत्या को अंजाम दिया गया, तो राज कुशवाह की पूरी योजना के अनुसार:
राज कुशवाह ने पहले से ही भागने की योजना बनाई थी। उसने सोनम के लिए एक बुर्का तैयार करवाया था, जो विशाल के माध्यम से सोनम को दिया गया। इस बुर्के की मदद से सोनम ने अपनी पहचान छुपाकर शिलांग से गुवाहाटी, फिर सिलीगुड़ी, पटना, आरा होते हुए लखनऊ और अंततः इंदौर पहुंची।
जब स्थानीय गाइड की जानकारी मीडिया में लीक हुई और राज कुशवाह को पता चला कि पुलिस ने तीन लोगों की पहचान कर ली है, तो उसने एक नया नाटक रचा। राज कुशवाह ने सोनम को निर्देश दिया कि वह इंदौर छोड़कर सिलीगुड़ी जाए और किडनैपिंग का नाटक करे।
8 जून को जब पुलिस ने एक आरोपी को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया, तो राज कुशवाह घबरा गया। उसने सोनम को फोन करके कहा कि वह अपने परिवार को बताए कि उसे किडनैप किया गया था और वह किसी तरह बच निकली है।
वर्तमान में राज कुशवाह सहित सभी पांच आरोपियों को 8 दिन की पुलिस कस्टडी में लिया गया है। पहले दिन की पूछताछ में ही सभी आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। राज कुशवाह ने भी अपनी भूमिका को स्वीकार किया है।
पुलिस के पास राज कुशवाह के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं:
राज कुशवाह का यह मामला प्रेम प्रसंग और व्यक्तिगत स्वार्थ के कारण हुए एक जघन्य अपराध का उदाहरण है। उसकी चालाकी भरी योजनाओं और धोखाधड़ी के बावजूद, मेघालय पुलिस ने कुशलता से इस मामले को सुलझाया है। पुलिस 90 दिन के भीतर चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है, जिससे राज कुशवाह और अन्य आरोपियों को न्यायिक प्रक्रिया का सामना करना होगा।
यह मामला दिखाता है कि कैसे व्यक्तिगत स्वार्थ और अनुचित प्रेम के कारण एक निर्दोष व्यक्ति की जान चली गई और कई परिवारों का जीवन बर्बाद हो गया।