बस्सी में ढाबों पर शराब बैन, रात 11 बजे बाद बंद करने के आदेश

दै. प्रातःकाल की खबर के बाद जागी पुलिस

    11-Jun-2025
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बस्सी कस्बे में हाइवे पर स्थित ढाबों और होटलों में बढ़ते अपराध और शराबियों के उत्पात के बाद पुलिस प्रशासन ने आखिरकार सख्त कार्रवाई का फैसला लिया है।
थाना प्रभारी मनीष वैष्णव के नेतृत्व में पुलिस ने सभी नॉनवेज होटलों को रात 11 बजे के बाद बंद करने के सख्त निर्देश जारी किए हैं। साथ ही इन होटलों में परोसी जाने वाली शराब पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह कार्रवाई स्थानीय अखबार प्रातःकाल द्वारा होटल संचालक के साथ हुई मारपीट की घटना को प्रमुखता से प्रकाशित किए जाने के तुरंत बाद की गई है।

बस्सी कस्बे की यह समस्या कोई नई नहीं है। पिछले कई महीनों से हाइवे पर स्थित ढाबों और होटलों में शराब का सेवन करने वाले लोगों द्वारा किए जाने वाले उत्पात से स्थानीय निवासी परेशान थे। इन होटलों में देर रात तक चलने वाली शराब पार्टियों के दौरान अक्सर झगड़े-फसाद होते रहते थे, जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक होती जा रही थी। शराबियों की बढ़ती हरकतों से न केवल स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही थी, बल्कि हाइवे से गुजरने वाले यात्रियों को भी असुविधा का सामना करना पड़ता था।


हाल ही में हुई एक गंभीर घटना ने पुलिस प्रशासन को कार्रवाई करने पर मजबूर कर दिया। स्थानीय अखबार प्रातःकाल द्वारा एक होटल संचालक के साथ हुई मारपीट की घटना को विस्तार से प्रकाशित किया गया था। इस समाचार के प्रकाशन के बाद थाना प्रभारी मनीष वैष्णव ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी होटल संचालकों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि अब कोई भी नॉनवेज होटल रात 11 बजे के बाद खुला नहीं रह सकता।


पुलिस की इस कार्रवाई का मुख्य कारण इन होटलों में अवैध रूप से परोसी जाने वाली शराब है। थाना प्रभारी मनीष वैष्णव ने बताया कि अब इन होटलों में किसी भी प्रकार की शराब परोसना पूर्णतः प्रतिबंधित है। उन्होंने चेतावनी दी है कि समय-समय पर सभी होटलों की तलाशी ली जाएगी और यदि कहीं भी शराब मिली या कोई होटल देर रात तक खुला पाया गया तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का यह निर्णय स्थानीय लोगों के बीच राहत की सांस लेने का कारण बना है।


बस्सी क्षेत्र में होटलों की इस समस्या की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दिनों सेमलपुरा के समीप स्थित एक होटल पर देर रात एक युवक की हत्या तक हो गई थी। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि इन होटलों में होने वाली शराबपान की घटनाएं कितनी खतरनाक हो सकती हैं। शराब के नशे में धुत लोग न केवल उत्पात मचाते हैं बल्कि कई बार ये झगड़े गंभीर अपराध का रूप ले लेते हैं।


स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुलिस की यह कार्रवाई बहुत समय से प्रतीक्षित थी। हाइवे पर स्थित इन ढाबों में शराबियों की मौजूदगी से न केवल कानून व्यवस्था की समस्या होती थी, बल्कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा भी चिंता का विषय बन गई थी। देर रात तक चलने वाली इन शराब पार्टियों से निकलने वाला शोर-शराबा भी आसपास के निवासियों के लिए परेशानी का कारण था।


व्यापारियों और होटल संचालकों के बीच इस निर्णय को लेकर मिले-जुले विचार हैं। जबकि कुछ का मानना है कि यह उनके व्यवसाय पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा, वहीं जिम्मेदार व्यापारी इस कदम का समर्थन कर रहे हैं। उनका कहना है कि कानून व्यवस्था बनाए रखना सबकी जिम्मेदारी है और वे पुलिस के निर्देशों का पूरा पालन करेंगे।


पुलिस प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि नियमित गश्त और छापेमारी के जरिए इन निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाएगा। थाना प्रभारी मनीष वैष्णव ने कहा है कि कानून व्यवस्था बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है और वे इस दिशा में कोई भी समझौता नहीं करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से बस्सी क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बहाल होगी।