
राजा रघुवंशी हत्याकांड में जहां जांच एजेंसियों की नजरें मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी पर टिकी हैं, वहीं इस सनसनीखेज मामले में सबसे ज्यादा दर्द और पीड़ा झेल रही हैं राजा की मां, उमा रघुवंशी। बेटे की असामयिक मौत से सदमे में डूबीं उमा ने खुलकर आरोप लगाए हैं कि यह कोई सामान्य हत्या नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश है, जिसमें उनकी बहू सोनम मुख्य साजिशकर्ता है।
उमा रघुवंशी ने एक टीवी चैनल से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए कहा, “मेरा बेटा मुझसे छीन लिया गया, अब मुझे सिर्फ इंसाफ चाहिए।” उन्होंने दावा किया कि सोनम के खाते में पहले से ही 20 लाख रुपये मौजूद थे, और संभव है कि उसी पैसे के दम पर राजा की हत्या की गई हो। उनका कहना है कि यह सब पहले से प्लान किया गया था और सोनम ने हर कदम सोच-समझकर उठाया।
गंभीर आरोप और मजबूत विश्वास :
उमा रघुवंशी का आरोप है कि सोनम सिर्फ रिश्ते की मर्यादा ही नहीं, इंसानियत की भी हदें पार कर चुकी है। उन्होंने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि सोनम ही हत्या की मास्टरमाइंड है। जितने भी सबूत अब तक सामने आए हैं, वे सभी उसी की ओर इशारा कर रहे हैं। यह कोई हादसा नहीं, एक सोची-समझी साजिश थी।”
राजा की मां ने आगे कहा कि सोनम के पास पहले से ही पैसे की कोई कमी नहीं थी, और उसी का इस्तेमाल करते हुए उसने यह घिनौना काम करवाया। उनका साफ कहना है कि सोनम को सिर्फ सजा ही नहीं, कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए — अगर संभव हो तो फांसी तक दी जानी चाहिए।
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न्याय की पुकार :
बेटे के जाने के बाद अब उमा रघुवंशी की जिंदगी का एकमात्र मकसद है — इंसाफ। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि पुलिस और अदालत इस केस को गंभीरता से लेंगी और आरोपी को उसके किए की सजा दिलाएंगी। उनका कहना है, “मैं अब सिर्फ अपने बेटे के लिए लड़ रही हूं। जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती, मैं चैन से नहीं बैठूंगी।” इस मामले ने न केवल परिवार को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि समाज में भी एक गहरी बहस छेड़ दी है कि क्या रिश्तों में पैसे और लालच की जगह इतनी बड़ी हो गई है कि वह जान लेने तक को मजबूर कर दे?
फिलहाल पुलिस जांच जारी है और सोनम रघुवंशी से पूछताछ की जा रही है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि जांच किस दिशा में जाती है और क्या उमा रघुवंशी को उनके बेटे के लिए न्याय मिल पाएगा या नहीं।