विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ पर भव्य समारोह: 27 देशों के नेता हुए शामिल
रूस ने नाजी जर्मनी पर सोवियत संघ की जीत की वर्षगांठ पर आयोजित किया भव्य परेड

रूस में विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक भव्य समारोह आयोजित किया गया, जिसमें 27 देशों के नेता शामिल हुए। इस समारोह में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने संबोधन में कहा कि मित्र देशों के सांझा प्रयास से ही नाजी जर्मनी की हार संभव हुई।
*पुतिन का संबोधन*
राष्ट्रपति पुतिन ने अपने संबोधन में कहा कि यूरोप में नॉर्मंडी लैंडिंग (दूसरा मोर्चा खोलना) ने महान देशभक्तिपूर्ण युद्ध में सोवियत लोगों की जीत को करीब लाने में मदद की। उन्होंने कहा कि यह जीत हमारे साझा प्रयासों और एकता का परिणाम थी।
*अंतरराष्ट्रीय नेताओं की उपस्थिति*
इस समारोह में दुनिया के 27 देशों के नेता शामिल हुए, जिनमें चीन, सर्बिया, रिपब्लिका सर्पस्का, बेलारूस, क्यूबा, फलस्तीन, वेनेजुएला, ईथियोपिया आदि के राष्ट्रपति शामिल थे। भारत की ओर से रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने हिस्सा लिया।
*सैन्य परेड*
इस वर्ष परेड में 11 हजार सैनिक शामिल हुए, जिनमें 1500 सैनिक यूक्रेन में जारी विशेष सैन्य अभियान से जुड़े थे। परेड में द्वितीय विश्व युद्ध के 183 पुराने हथियारों सहित नए हथियार प्रणालियों का प्रदर्शन किया गया।
*भारत की भागीदारी*
भारत की ओर से रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने इस समारोह में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस समारोह में शामिल नहीं हो पाए, क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है।
*रूस की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन*
विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ पर आयोजित इस समारोह में रूस ने अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया। परेड में शामिल सैनिकों और हथियारों ने रूस की सैन्य क्षमता को प्रदर्शित किया।
*निष्कर्ष*
विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ पर आयोजित इस भव्य समारोह में 27 देशों के नेता शामिल हुए। राष्ट्रपति पुतिन ने अपने संबोधन में मित्र देशों के सांझा प्रयासों की महत्ता पर प्रकाश डाला। इस समारोह में रूस ने अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया और अपनी सैन्य क्षमता को प्रदर्शित किया।