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उदयपुर, नगर संवाददाता |
अजय देवगन स्टारर फिल्म दृश्यम में जिस तरह से अजय देवगन ने एक युवक की हत्या कर अपने व परिवार को बचाने के झूठी कहानियां बनाकर बचाया था उसी तरह से एक युवक ने अपने उपर चढ़े कर्जे से मुक्ति पाने के लिए उसी फिल्म दृश्यम की तर्ज पर ही एक वृद्धा को अपने साथ ले जाकर उसकी हत्या कर शव को जला दिया और जब पुलिस ने पकड़ा तो उसने अपने आप को बचाने के लिए पुलिस को जानवरों की हड्डियां दिखा दी ताकी एफएसएल में कुछ भी नहीं आए और वह बच जाए पर यह युवक पुलिस से नहीं बच पाया और पुलिस ने आवश्यक साक्ष्य एकत्रित कर इसे गिरफ्तार किया। आरोपी ने शव को जलाया और बाद में अधजले शव के टुकड़े कर घोसुण्डा बांध में फेंक दिया।
एसपी योगेश गोयल ने बताया कि सुन्दरलाल पुत्र नारूलाल निवासी कुरज कुवारिया राजसमंद ने उसकी वृद्ध मासी चांदी बाई पत्नी स्व. पृथ्वीराज ढोली निवासी पीपली चौक फतहनगर की गुमशुदगी 23 फरवरी को फतहनगर थाने में दी थी। इस पर 22 अप्रैल को सहायक पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार और फतहनगर थानाधिकारी चन्द्रशेखर किलानिया ने जांच की तो पता चला कि चांदी बाई ढोल बजाने का काम करती थी। 22 फरवरी को आखरी बार चांदी बाई को उसके मकान के पास देखा था। आसपास के लोगो ने एक व्यक्ति रमेश लौहार द्वारा वैन में चांदी बाई को बैठा कर ले जाना बताया। पड़ोस के लोगो से चांदी बाई के बारे में पूछा तो चांदी बाई का हमेशा गहने पहने कर रहना बताया। वैन के बारे में जानकारी की गई तो यह रंग की वैन रमेश लौहार के पास होने का पता चला।
जांच में रमेश लौहार के खिलाफ बलात्कार का एक प्रकरण होना सामने आया। इस पर पुलिस ने रमेश पुत्र स्व. फुलचंद लौहार निवासी चंगेड़ी रोड़ फतहनगर को पकड़कर पूछताछ की तो रमेश हत्या करना स्वीकार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि दृश्यम फिल्म से प्रभावित हो प्लान एवं क्राईम पेट्रोल देख कर उसी तरह घटना को अंजाम दिया। 9 जनवरी को जब आरोपी रमेश के परिवार में भाई के बाहरवें का कार्यक्रम था तो चांदी बाई अपने गहने पहन कर ढोल बजाने आरोपी के घर पर आई तब आरोपी ने पहली बार चांदी बाई को गहने पहने देखा एवं उसी दिन से चांदी बाई की हत्या कर गहने लूटने का प्लान बनाना शुरू किया। 22 फरवरी को रमेश लौहार गुंदाली में रातीजगा के दौरान ढोल बजाने की झूठी बात बोलकर चांदी बाई को स्वयं की वैन में बैठा कर ले गया। चार घंटे तक चांदी बाई को रमेश लौहार वैन में बैठा कर अंधेरा होने का इंतजार करते हुए घुमाता रहा और अपना मोबाईल बंद करता रहा।
रमेश लौहार ने अपनी पत्नी को किसी की वैन फंसने पर उसको निकालने जाने का बोल कर घर से वैन लेकर निकला था। इस दौरान आरोपी ने अपने जीजा को अपने साथ सेटिंग होने एवं खुद की पत्नी को नहीं बताने एवं वैन निकालने जाने का झूठ बोलना बताया। जब वृद्धा नहीं मिली तो पुलिस ने रमेश से पूछताछ की तो रमेश लौहार ने अंधेरा होने के बाद अंधेरे में चांदी बाई की लोहे के पाने से सिर पर मार कर हत्या की। मृतका के गहने लूटे, मोबाईल बंद कर फेंका, मृतका का सामान फेंका और मृतका की बॉडी को डंपिंग यार्ड में जला दिया तथा जलने के बाद जली हुई व अधजली हिस्सों व हड्डीयों को काटकर घोसुण्डा बांध में ले जाकर फेंक दिया ताकि मृतका की बॉडी ना मिल पाए। आरोपी ने वैन को धो दिया, फिर भी सुराग मिले जिसे डीएनए जांच में भिजवाया गया। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
दृश्यम फिल्म से प्रभावित रमेश
आरोपी रमेश की पत्नी बताया कि रमेश देर रात तक दृश्यम फिल्म व काईम पेट्रोल देखता है। आरोपी के मोबाईल की गुगल कोम, यू-ट्यूब हिस्ट्री में भी दृश्यम फिल्म को कई बार देखना एवं फिल्म सच्ची घटना है या नहीं, अपराध करने के बाद पुलिस कैसे पकड़ती है यह सर्च करना मिला। घटना के दौरान अपना मोबाईल बार-बार बंद करता रहा।
गहने बदलवाए तो कुछ पिघलवाए
आरोपी रमेश ने मृतका के कुछ गहने सुनार से बदलवा लिए, कुछ गैसगन से पिघला दिये। पायजेब अपने पास रखी। मृतका के सभी गहने पुलिस ने बरामद कर लिए।
लाश नहीं मिलने पर नहीं बनता केस
आरोपी उमेश ने पूछताछ के दौरान लाह को डंपिंग यार्ड फतहनगर के कचरे में छुपाना और कचरे में पेट्रोल डाल कर आग लगाकर जलाना बताया। आरोपी ने पुछताछ पर बताया कि लाह नहीं तो केस नहीं बन सकता ऐसा उसने दृश्यम मूवी में देखा था। इसी कारण से उसने चांदी बाई की लाश को जला दिया व हड्डियां व अधजले हिस्से को फेंक दिया।
फिल्म की तरह बताई जानवरों की हड़ियां
पुलिस को गुमराह करने के लिए डंपिग यार्ड में मृतका की लाश के टुकड़ों को कचरे में जलाने के स्थान पर रमेश द्वारा पुलिस को पहले जानवरो की हड्डियां बताई ताकि पुलिस जानवरों की हड्डियों को जब्त करके डीएनए के लिए भेज दे मूवी की तरह मिलान ना हो पाए। पर पुलिस ने डपिंग यार्ड से मानव कपालनुमा जली हुई छोटी हड्डियां, दांत, वाढ जले हुए मिले, जिनको पुलिस ने जब्त किए। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वाहन, औजार जब्त किए। घटना में प्रयुक्त मारूती वैन को डीएनए जांच में भिजवाया है।
आरोपी से जब्त किए ये जेवरात
आरोपी ने मृतका चांदी बाई की लूटी गई सोने की टोकरियों को उदयपुर में जिस दुकान पर बेची एवं नए गहने खरीदे थे उस दुकान की तस्दीक कर सोने-चांदी की दुकान वाले से पूछताछ की। मृतका चांदी बाई के लूटे गए गहनों में से सोने की टोकरियां बेचकर उसके बदले में खरीदी गई रकमों को जब्त किया। मृतका चांदी बाई के लूटे गये गहनों में से चार सोने के मादलिया जिनको रमेश ने गैसगन से गला दिया गया वो गला हुआ सोना जब्त किया गया। मृतका के लूटे गये चांदी के पायजेब में से एक चांदी का पायजेब जब्त किया।
जिस पाने से हत्या की उसे भी गलाया
आरोपी ने मृतका के सिर में जिस लोहे के फने से चोट कर हत्या की थी, वह लोहे का पाना व मृतका के गले में पहने सोने के चार मावलिया को गलाने में प्रयुक्त गैसगन को जब्त किया। मृतका की हत्या कर गहने लूटने के बाद आरोपी ने मृतका का थैला जंगल में झाडियों में फेंका था वो छैला मय मृतका की ओढणी, भामाशाह कार्ड, कंघा, बीपी की टेबलेट का पत्ता जब्त किया।
जिस रूट पर लेकर घूमा उसका चार्ट बनाया
आरोपी अपन वैन में मृतका को बैठा कर ले जाने के स्थान से लेकर जहाँ-जहाँ मृतका को लेकर गया, रास्ते में रूका, किस स्थान पर मृतका के साथ घटना की एवं घटना करने के बाद मृतका को डंपिंग यार्ड फतहनगर में लेकर आने के स्थान का रुट देखकर जीपीएस रुट मैप तैयार किया तो पता चला कि आरोपी ने मृतका को जिन्दा व मुर्दा करीब चार घण्टे तक आम्ली मारुती दैन रखा गया है। मृतका चांदी बाई की मृतका की गोवपुत्री मन्जू की उपस्थिति में मृतका के मकान से मृतका के बाल डीएनए जब्त किये गए