मुंबई। हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (हडको) ने आज मुंबई में आयोजित अपनी बोर्ड बैठक में 31 मार्च, 2025 को समाप्त वित्तीय वर्ष के अपने असाधारण परिणामों की घोषणा की। कंपनी ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए वर्ष-दर-वर्ष आधार पर कर उपरांत लाभ में 28% और राजस्व में 32.46% की जबरदस्त वृद्धि हासिल की।
हडको की ऋण बुक में पिछले वित्त वर्ष के 92,654 करोड़ रुपये से बढ़कर इस वर्ष 1,24,828 करोड़ रुपये की उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जो 34.72% की वार्षिक वृद्धि दर्शाती है। ऋण स्वीकृतियों में भी 55% की अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई, जबकि संवितरण में 123% का विस्फोटक उछाल आया। साथ ही, कंपनी ने अपनी परिसंपत्ति गुणवत्ता में भी महत्वपूर्ण सुधार किया, जिसमें शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) का स्तर 0.36% से घटकर मात्र 0.25% रह गया।
वित्त वर्ष 2024-25 में हडको का प्रचालन राजस्व 7,784.29 करोड़ रुपये से बढ़कर 10,311.29 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। कंपनी का कर उपरांत लाभ 2,116.74 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,709.14 करोड़ रुपये हो गया, जो प्रभावी लागत प्रबंधन और प्रचालन दक्षता को प्रदर्शित करता है। सकल एनपीए 2.71% से घटकर 1.67% रह गया, जो परिसंपत्ति गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, प्रति शेयर आय 10.57 रुपये से बढ़कर 13.53 रुपये हो गई, जो 28% की वृद्धि दिखाती है और शेयरधारकों के लिए मूल्य सृजन की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
हडको के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजय कुलश्रेष्ठ ने इन शानदार परिणामों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, "हमारे उत्कृष्ट परिणाम न केवल हमारी रणनीतिक पहलों के सफल क्रियान्वयन को दर्शाते हैं, बल्कि हमारी प्रतिभाशाली टीम के अथक परिश्रम और हमारे हितधारकों के अटूट विश्वास का भी परिचायक हैं। हडको, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के अंतर्गत एक सरकारी कंपनी के रूप में, विकसित भारत के निर्माण में आवास और बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण में उत्प्रेरक की भूमिका निभा रहा है।"
उन्होंने यह भी बताया कि मार्च 2023 से हडको का बाजार पूंजीकरण पांच गुना बढ़ गया है, जो निवेशकों के दृढ़ विश्वास को प्रदर्शित करता है। उधारी लागत को अनुकूलित करने के लिए, कंपनी बाहरी वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) मार्ग से भी धन जुटा रही है।
कुलश्रेष्ठ ने तोखन साहू, राज्य मंत्री, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय; श्रीनिवास आर. कटिकिथला, सचिव, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय तथा पूरे निदेशक मंडल को उनके समर्थन और सतत मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया।