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पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन के हाईजैक को लेकर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) और पाकिस्तानी सेना के बीच विरोधाभासी दावे सामने आए हैं। BLA ने दावा किया है कि उसने 100 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों को मार दिया है और 150 से अधिक अभी भी उसके कब्जे में हैं। वहीं, पाकिस्तानी सेना ने इस संकट के समाप्त होने का दावा करते हुए कहा है कि इस हमले में 4 सैनिकों और 21 नागरिकों की मौत हुई है, जबकि 33 BLA लड़ाकों को मार गिराया गया है। इस बीच, सोशल मीडिया पर ताबूतों की तस्वीरें और BLA द्वारा जारी एक वीडियो ने पाकिस्तान में सनसनी फैला दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार की तरफ से 200 से ज्यादा ताबूत क्वेटा लाए गए हैं, जो बोलन इलाके में भेजे गए हैं, जहां BLA के आतंकियों ने ट्रेन हाईजैक किया था। इस घटनाक्रम के बाद पाकिस्तान सरकार पर दबाव और बढ़ गया है, क्योंकि हाईजैकर्स ने बंधकों के बीच सुसाइड बॉम्बर बैठा रखे हैं, जिससे हालात और भी गंभीर हो गए हैं।
BLA ने पाकिस्तान सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, जो अब समाप्त हो चुका है। आतंकियों ने चेतावनी दी थी कि अगर बलूच राजनीतिक कैदियों को रिहा नहीं किया गया और सैन्य ऑपरेशन नहीं रोका गया तो बंधकों की हत्या कर दी जाएगी। BLA ने एक प्रेस रिलीज जारी कर सरकार को अपनी शर्तें याद दिलाई थी। दूसरी ओर, पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि उसने सभी आतंकियों को मार गिराया है और बंधकों को छुड़ा लिया है। हालांकि, चश्मदीदों के अनुसार, 70-80 शव ट्रेन के बाहर पड़े थे, जबकि कई शव ट्रेन के भीतर भी देखे गए। BLA ने आम यात्रियों को सुरक्षित जाने दिया, लेकिन पाकिस्तानी सेना के दावों और वास्तविकता के बीच अंतर के कारण स्थिति अस्पष्ट बनी हुई है। BLA ने एक ऑडियो संदेश जारी कर पाकिस्तान सेना पर बलूचिस्तान के संसाधनों के शोषण और अत्याचार का आरोप लगाया है, जिससे उन्हें यह कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा। इन विरोधाभासी दावों के बीच, स्थिति की सटीक जानकारी प्राप्त करना कठिन है, और घटनाक्रम पर नजर बनाए रखना आवश्यक है।
हाईजैक के बाद आया पहला वीडियो :
BLA की ओर से जारी वीडियो में स्पष्ट रूप से दिखाया गया है कि उन्होंने पहले से ही पहाड़ियों पर अपनी स्थिति मजबूत कर रखी थी। जैसे ही सैन्य ऑपरेशन शुरू हुआ, उन्होंने जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया। वीडियो में ट्रेन पटरी पर खड़ी नजर आ रही है, जहां बंधकों को तीन समूहों में बांटा गया—आम नागरिक, पाकिस्तानी सैनिक और ISI एजेंट। इसके अलावा, BLA ने पाकिस्तानी सेना के कब्जे में लिए गए जवानों की एक सूची जारी की है, जिसमें 180 जवानों के नाम, उनके मोबाइल नंबर और वाउचर नंबर दर्ज हैं।
पाकिस्तानी सेना के दावे पर उठे सवाल :
पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने 150 से अधिक बंधकों को छुड़ा लिया है, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, आम यात्रियों को खुद BLA ने रिहा किया। हाईजैक के समय ट्रेन में 400-500 यात्री सवार थे, लेकिन BLA ने केवल सेना के जवानों और ISI एजेंट्स को निशाना बनाया। इससे पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई और उसके दावों पर सवाल खड़े हो गए हैं।
अगले 24 घंटे होंगे निर्णायक :
अब सबकी नजरें अगले 24 घंटों पर टिकी हैं। यदि पाकिस्तान सरकार BLA की शर्तें नहीं मानती है, तो यह संकट और गंभीर हो सकता है। पाकिस्तानी सेना और सरकार की रणनीति क्या होगी, यह देखने वाली बात होगी। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा पाकिस्तान सरकार को दिया गया 48 घंटे का अल्टीमेटम अब समाप्ति के करीब है। BLA ने चेतावनी दी है कि यदि बलूच राजनीतिक कैदियों को रिहा नहीं किया गया और सैन्य ऑपरेशन नहीं रोका गया तो बंधकों की हत्या कर दी जाएगी। इस बीच, BLA ने एक प्रेस रिलीज जारी कर अपनी शर्तें फिर से दोहराई हैं।