जयपुर (कास)। राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं में आवेदन कर परीक्षा में शामिल नहीं होने वाले छात्रों के खिलाफ कर्मचारी चयन बोर्ड ने सख्ती करने का फैसला कर लिया है। 1 अप्रैल से राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की भर्ती परीक्षा में शामिल नहीं होने पर स्टूडेंट्स को + पेनल्टी जमा करनी होगी। यह पेनल्टी राशि दो भर्ती परीक्षाओं में शामिल नहीं होने पर 750 रूपए की होगी। चार भर्ती परीक्षा में अगर कोई अभ्यर्थी शामिल नहीं होगा। उसे 1500 रूपए जमा करने होंगे। यह राशि उसे भविष्य में किसी भी भर्ती परीक्षा में आवेदन के वक्त देनी होगी।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने बताया- कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाओं में आवेदन के बावजूद बड़ी संख्या में अभ्यर्थी अनुपस्थित रहते है। ऐसे अभ्यर्थियों की लापरवाही से न सिर्फ बोर्ड को आर्थिक नुकसान होता है। ऐसे में बोर्ड ने इस तरह के लापरवाह अभ्यर्थियों के खिलाफ पेनल्टी वसूलने का प्रावधान लागू किया है।
1 अप्रैल से लागू होगी
उन्होंने बताया- बोर्ड द्वारा यह प्रावधान 1 अप्रैल से शुरू होने जा रहे वित्तीय वर्ष में लागू होगा। इसके बाद कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित किसी भी दो भर्ती परीक्षाओं में हिस्सा नहीं लेने वाले अभ्यर्थी को भविष्य में किसी भी भर्ती परीक्षा में आवेदन करते वक्त 750 रूपए की पेनल्टी देनी होगी। इसी तरह अगर कोई अभ्यार्थी कर भर्ती परीक्षा में आवेदन करने के बाद शामिल नहीं होगा। उससे 1500 रूपए की पेनल्टी वसूली जाएगी।
फॉर्म करेक्शन में भी सिर्फ एक-दो शब्द सही कर सकेंगे
आलोक राज ने बताया कि इसके साथ ही कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा भर्ती परीक्षा में धांधली और फर्जीवाड़ा रोकने के लिए अब फॉर्म कलेक्शन के ऑप्शन में भी बदलाव किया गया है। ऐसे में अब आवेदन करने वाला अभ्यर्थी फॉर्म करेक्शन में सिर्फ एक से दो शब्द जैसे माइनर कलेक्शन ही कर पाएगा।