जोधपुर (कासं)। जोधपुर नगर निगम उत्तर की बजट बैठक में आज हंगामेदार शुरुआत हुई। कांग्रेस के पार्षदों ने निधि फंड जारी नहीं करने की बात को लेकर हंगामा कर दिया। बजट की प्रतियां बंटने के बाद बैठक आगे बढ़ पाती, उससे पहले ही महापौर कुंती देवड़ा ने बैठक स्थगित कर दी। इसे लेकर भाजपा पार्षदों ने कांग्रेस बोर्ड पर सवालों से बचने का आरोप लगाते हुए विरोध जताया। अब 13 फरवरी को दुबारा बैठक बुलाई जाएगी। इससे पहले दोनों ही दल अपने-अपने पार्षदों की बैठक बुलाकर आगामी बैठक को लेकर चर्चा करेंगे।
कांग्रेस के पार्षदों ने कहा-दो साल से टेंडर नहीं हुएः
निगम उत्तर में कांग्रेस का बोर्ड है। उसी के पार्षदों ने पिछले दो साल से पार्षद निधि के तहत प्रस्तावित विकास कार्यों के टेंडर नहीं होने की बात को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। पार्षदों का कहना था कि एक तरफ तो जहां 25 लाख की तय सीमा से ऊपर 3-3 लाख के विकास कार्य करवाए जाने का भरोसा दिया जा रहा था। वहीं हकीकत ये है कि उनके वार्डों में 25 लाख के विकास कार्य भी नहीं करवा पा रहे हैं, क्योंकि निगम ने इसके लिए टेंडर ही जारी नहीं किए हैं। इसके लिए राजस्थान सरकार को दोषी करार देते हुए पार्षदों ने हंगामा किया और महापौर कुंती देवड़ा ने बैठक स्थगित कर दी।
वितरित प्रतिलिपि में अभिभाषण में 738.44 करोड़ का बजटः
निगम की बजट बैठक में साल 2025-26 के प्रस्तावित बजट की प्रतिलिपियां बांटी गई, इसमें शामिल अभिभाषण के अनुसार निगम उत्तर ने 738.44 करोड़ का बजट तैयार किया है। पिछले साल 727.90 करोड़ का बजट पारित किया गया था। यानी, पिछले बजट की तुलना में 10.54 करोड़ की बढ़ोतरी दर्शायी गई है। अभिभाषण में जनसहभागिता योजना में कुल 1648.39 लाख के 43 कार्य
स्वीकृत हुए। इनकी प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृक्ति भी प्राप्त हो गई। इसमें से 20 प्रतिशत नगर निगम को, 30 प्रतिशत जेडीए व शेष 50 प्रतिशत राशि 824.14 लाख राज्य सरकार से प्राप्त नहीं हुए। इनमें से अधिकांश राज्य सरकार व निगम अंशदान नहीं मिलने की वजह से अटके हुए हैं।
बजट बदलेगा या यथावत पास करवाया जाएगा ?
नगर निगम उत्तर की बैठक में बजट पेश होने से पहले हंगामा और इसी बीच बजट की प्रतियां वितरित होने के बाद इसकी प्रक्रिया को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। इसमें चर्चा यह भी है कि क्या निगम उत्तर पहले से वितरित हुए बजट को ही यथावत रखकर इसे पास करवाएगा या इसमें बदलाव किया जाएगा। हालांकि, बैठक स्थगित होने के बाद महापौर ने कांग्रेस पार्षद दल की बैठक भी ली है। इसमें किन-किन मुद्दों पर चर्चा हुई इस बारे में जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है।