संसद और विधानसभा में विश्व की सबसे बड़ी शिव प्रतिमा का मुद्दा उठाने पर नाथद्वारा में आक्रोश

जनप्रतिनिधि भूल गए असल मुद्दे, भाजपा नेताओं ने साधी चुप्पी

Pratahkal    07-Aug-2024
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Nathdwar 
 
जगदीश सोनी | नाश्चद्वारा : श्रीनाथ नगरी (Shrinath Nagari) ही नहीं राजसमंद (Rajsamand) जिले की आम जनता ने जिस उम्मीद, आशा और विश्वास के साथ मेवाड़ (Mewar) के पूर्व राजघराने के सदस्य विश्वराज सिंह मेवाड़ (Vishwaraj Singh Mewar) को नाथद्वारा (Nathdwar) का विधायक एवं उनकी अर्धांगिनी महिमा कुमारी को सांसद बनाया, उन्होंने विधानसभा और संसद में दिए पहले ही वक्तव्य से जनता को निराश कर दिया। जनता में अब यह चर्चा हो चली है कि चुनाव में उनसे कहीं गलती तो नहीं हो गई है।
 
नाथद्वारा में बनी विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा (Shiva statue) 'विश्वास स्वरूपम' (Vishvas Swarupam) के दर्शन करने को सनातन संस्कृति के मर्मज्ञ, धर्मगुरु, संत-महात्माओं ने मिराज समूह के इस कार्य की मुक्त कंठ से सराहना की जाती रही है। देश-विदेश के अनेक ख्यातनाम लोग जिनमें पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविद तक ने प्रतिमा के दर्शन कर उद्योगपति द्वारा निर्मित करवाई गई प्रतिमा की सराहना की है। नगर विधायक और राजसमंद सांसद द्वारा उच्च सदन में आलोचनात्मक वक्तव्य को ठेस पहुंचाने वाला बताया जा रहा है। लोकसभा और विधानसभा में सांसद और विधायक के कथन पर भाजपा की एक वरिष्ठ नेता ने तो अपना नाम नहीं बताने के आग्रह के साथ यहां तक कह दिया कि आज चुनाव वापस हो जाए तो उनके सिर्फ एक कथन से दंपती का पुनः जीतना मुश्किल हो जाए।
 
नाथद्वारा विधायक एवं राजसमंद सांसद द्वारा संसद और विधानसभा में क्षेत्र के अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों को छोड़कर शिव प्रतिमा से आस्था को ठेस का मुद्दा बनाना निश्चित ही जल्दबाजी में बिना किसी ठोस पड़ताल के दूराग्रह पूर्ण कहा जा रहा है।
 
नाथद्वारा में मिराज समूह की ओर से बनी इस विशाल अनुपमकृति शिव प्रतिमा को लेकर ख्यातनाम संत रामकथा वाचक मुरारी बापू ने कहा कि नाथद्वारा में रसराज ( श्रीनाथजी ) तो पहले ही विराजित हैं अब नटराज भी आ गए इस अद्भुत संयोग को मुरारी बापू ने हरिहर का मिलन तक बताया है। लोकतंत्र के मन्दिर संसद और विधानसभा में प्रतिमा पर जूते-चप्पल ले जाने का सत्य से परे तथ्य रख विधायक एवं सांसद ने पदगौरव की प्रतिष्ठा को आघात ती नहीं पहुंचा दिया। शिव प्रतिमा के केवल व्यावसायिक, मनोरंजक स्थल बताने से पहले जन प्रतिनिधि अगर थोड़ा होमवर्क कर लेते तो बेहतर रहता।
 
शिव प्रतिमा का निर्माण तत्पदम उपवन ट्रस्ट द्वारा किया गया है तथा इससे होने वाली आय शिव मूर्ति स्थल के रखरखाव पर ही व्यय करने की घोषणा ट्रस्ट के द्वारा पहले ही की जा चुकी है। प्रतिमा के निर्माण के बाद नाथद्वारा में आने वाले श्रद्धालु पर्यटकों की संख्या 15 लाख के आंकड़े को पार कर गई है। प्रभु श्रीनाथजी के दर्शन के उपरांत श्रद्धालु पर्यटकों के लिए नाथद्वारा में ठहराव का अन्य कोई साधन इससे पहले नहीं था। शिव प्रतिमा के निर्माण से नाथद्वारा ही नहीं उदयपुर, राजसमंद एवं संपूर्ण राजस्थान में प्रत्यक्ष-परोक्ष हजारों लोगों को रोजगार मिला है तथा नाथद्वारा और प्रदेश को विश्व स्तरीय नई पहचान तक मिली है।
 
विधायक और सांसद के विधानसभा और संसद जैसे उच्च मर्यादित सदनों में कहे कथनों से नाथद्वारा की जनता में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है। आम लोगों का कहना है कि मिराज समूह द्वारा स्थानीय चिकित्सालय में सर्व सुविधा युक्त आईसीयू वार्ड बनाया गया है। विधायक को यहां हृदय रोग विशेषज्ञ चिकित्सक लगाने की बात सदन में प्राथमिकता से उठानी थी। नाथद्वारा में मेडिकल कॉलेज की घोषणा के बावजूद विधायक ने सदन में एक शब्द नहीं कहा। पालिका में लगभग एक साल से अधिक समय से आयुक्त की नियुक्ति नहीं करवा सके।
 
नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह के वक्तव्य से यहां की धार्मिक जनता आहत हुई है व गुस्सा प्रकट कर इसका प्रमाण भी दे रही है। सांसद महिमा कुमारी द्वारा भी वही कथन संसद में दोहराने पर नाथद्वारा की जनता में गुस्सा व्याप्त हो गया है। इस संबंध में नगर के प्रथम नागरिक एवं नगर पालिका अध्यक्ष मनीष राठी ने बताया कि विधायक व सांसद को सदन में जनता से जुड़े मुद्दे उठाने चाहिए ना की धर्म की आड़ में शिव प्रतिमा का मुद्दा उठाना चाहिए ।
 
शिव प्रतिमा के निर्माण के बाद नाथद्वारा में पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है जिसके चलते रोजगार के अवसर बढ़े हैं साथ ही रसराज के साथ-साथ नटराज के रूप में भी नाथद्वारा को विश्व स्तरीय नई पहचान मिली है। भाजपा नगर अध्यक्ष प्रदीप काबरा की प्रतिक्रिया चाही गई तो उन्होंने बेबसी भरे लहजे में कहा कि सांसद व विधायक बड़े आदमी है, मैं क्या प्रतिक्रिया दे सकता हूं। काबरा प्रतिक्रिया देने से भी कतराते नजर आए। बहरहाल संसद व विधानसभा में उठे शिव प्रतिमा के मुद्दे को लेकर नगर में चर्चा का बाजार गरमाया हुआ है।