नवी मुंबई। नेरूल के दो रियल एस्टेट एजेंटों (Nerul realtors) के लापता होने और अगले कुछ दिनों में उनके शव मिलने की खबर के एक सप्ताह बाद पुलिस ने आखिरकार इस डबल मर्डर की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने इस डबल मर्डर के छह आरोपियों में से पांच को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक आरोपी अभी फरार है।
पुलिस के मुताबिक, कत्ल हुये दोनों प्रॉपर्टी एजेंट्स में से ही एक ने दूसरे की हत्या के लिये सुपारी दी थी। पुलिस ने जिन छह हत्यारों को गिरफ्तार किया है, उनमें से पांच हिस्ट्रीशीटर्स हैं। पुलिस के मुताबिक, सुमित जैन (39) ने ही अमीर खानजादा (42) की हत्या की सुपारी दी थी। गौरतलब है कि जैन और खानजादा दोनों नेरूल से रायगड़ में प्रॉपर्टी डील के सिलसिले में निकले थे, लेकिन बाद में 23 अगस्त को जैन की लाश पेण-खोपोली रोड पर मिली थी। इसके बाद 27 तारीख को खानजादा का शव करनाला पक्षी अभयारण्य के पास बरामद हुआ था। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि जैन ने अपने पार्टनर विठ्ठल नाकाडे (43) को खानजादा की हत्या की सुपारी दी थी।
डीसीपी (जोन 1) पंकज दहाणे ने बताया कि नाकाडे और जैन ने जमीन पंजीकरण के लिए एक फर्जी जमीन मालिक पेश करके पाली, रायगढ़ में लगभग 2 करोड़ रुपये में 3.5 एकड़ जमीन खरीदी थी, जबकि इस जमीन का असली मालिक मर चुका था। खानजादा को इस फर्जीवाडे के बारे में पता था, लिहाजा उसने जैन को ब्लैकमेल किया और इस सौदे में अपने लिये भी हिस्सेदारी की मांग की थी। इसके बाद जैन ने सुपारी हत्यारों के जरिये खानजादा को खत्म करने के लिये अपने पार्टनर विठ्ठल नाकाडे को 50 लाख रुपये की पेशकश की थी।
योजना के अनुसार भाडे के हत्यारों ने खानजाद की हत्या कर दी और उसके बाद जैन से पैसों की मांग की तो जैन ने केवल 25 लाख रुपये में सौदा तय होने की बात कही । इसके बाद हत्यारों ने जैन का भी काम तमाम कर दिया। पुलिस ने जैन के पार्टनर नाकाडे सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।