मुंबईकरों को मनपा ने दी राहत

Pratahkal    11-Jun-2024
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मुंबई। मुंबई (Mumbai) महानगरपालिका (Municipal Corporation) ने इस साल भी पानी शुल्क (water charges) में कोई भी बढ़ोत्तरी नहीं करने का फैसला कर मुंबईकरों को राहत दी है। हर साल 16 जून को पानी शुल्क में 8 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी की जाती है। लेकिन कोरोना महामारी (corona epidemic) के बाद लगे आर्थिक झटके से मुंबईकर अभी तक नहीं उबर पाये हैं और इसलिये मनपा ने इस साल भी पानी शुल्क में कोई इजाफा नहीं करने का फैसला किया है।
 
मुंबई को करीब 120 किमी. की दूरी से पानी लाकर मुहैया कराया जाता है। पानी की सप्लाई पर होनेवाला खर्च, आस्थापना खर्च, पानी की नई पाइपलाइन बिछाने और मरम्मत इत्यादि पर होनेवाले खर्च से तालमेल बनाये रखने के लिये पानी शुल्क में वृद्धि करनी होती है। मोडक सागर (Modk Sagar), मध्य वैतरणा (Middle Vaitarna), अपर वैतरणा (Upper Vaitarna), भातसा (Bhatsa), तानसा (Tansa), विहार (Vihar) और तुलसी (Tulsi) इन सात बांधों से मुंबई को प्रतिदिन 3850 मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है। निवासी ग्राहकों से प्रति एक हजार लीटर पानी के लिये 5.46 पैसे का शुल्क वसूला जाता है। इसी तरह एक हजार लीटर पानी के शुद्धिकरण के लिये मुंबई महानगरपालिका को 26 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। इसके चलते स्वच्छ और शुद्ध पानी की आपूर्ति करनेवाली मुंबई महानगरपालिका को 120 किलोमीटर की दूरी से पानी लाने के लिये लाखों रुपये का खर्च करना पड़ता है। इन खर्चों से तालमेल बिठाने के लिये साल 2012 में हर साल पानी शुल्क में 8 फीसदी तक की वृद्धि के प्रस्ताव को स्थायी समिति ने मंजूरी प्रदान की है। इस कारण वर्षभर में हुये खर्च के आधार पर पानी शुल्क में कितने प्रतिशत की वृद्धि की जा सकती है, इसकी जानकारी मनपा के ऑडिट विभाग की ओर से दी जाती है। इसके बाद जल विभाग प्रस्ताव तैयार कर आयुक्त के पास मंजूरी के लिये भेजता है। मनपा आयुक्त डॉ. भूषण गगरानी के मुताबिक, साल 2024-25 में पानी शुल्क में किसी भी प्रकार की वृद्धि करने का कोई भी फैसला नहीं किया गया है।