बच्ची पर हमला करने वाली मादा पैंथर पिंजरे में कैद

Pratahkal    20-May-2024
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उदयपुर. नगर संवाददाता | शहर के पास खरपीणा (kharpeena) (टीडी) में दो दिन पहले 11 साल की बच्ची पर हमले के बाद वन विभाग (Forest department) द्वारा लगाए गए पिंजरे (cage) में रविवार को लेपर्ड (leopard) कैद हो गया। रेंजर भगवतीलाल मीणा, सहायक वनपाल बजरंगलाल मीणा व ललित अहारी आदि की टीम ने पिंजरा लगाकर लेपर्ड के मूवमेंट पर पूरी नजर रखी थी। उन्हें रविवार को अचानक पिंजरा गिरने की आवाज सुनाई दी। तब टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि पिंजरे में मादा लेपर्ड कैद हो चुकी है।
 
वन विभाग की टीम लेपर्ड को पिंजरे सहित वाहन में परसाद रेंजर के लिए लेकर रवाना हुई। बता दें, दो दिन पहले शुक्रवार को खरपीणा में लेपर्ड ने झोपड़ी में सो रही 11 साल की बच्ची पर हमला कर दिया था। बच्ची अस्पताल में भर्ती है। उसकी हालत खतरे से बाहर है लेकिन हमले में चेहरा बिगड़ चुका है। घटना के बाद वन विभाग ने बच्ची के घर के बाहर पिंजरा लगा दिया था। घटना स्थल परसाद वन रेंज अंतर्गत आता है। जहां करीब एक माह पहले युवक पर हमला करने वाले तेंदुए को लोगों ने मार डाला था।
 
कमरे में घुसकर बच्ची को गले से दबोचा था, चेहरे पर पंजा मारा था
 
खरपीणा में प्राकृतिक नाले से करीब 500 मीटर दूर लक्ष्मी मीणा की झोपड़ी में लेपर्ड अचानक आ घुसा था। बताया जा रहा है कि इस घर के बाड़े में बकरियों की गंध पाकर वह यहां आया था। बकरियां झोपड़ी में पीछे की ओर बंधी थी। इससे पहले कमरे में सीता अपनी बड़ी बहन रकमा के साथ खाट पर सो रही थी। लेपर्ड कमरे में घुसा और बच्ची को गले से दबोच लिया और पंजे से चेहरे पर हमला किया। सीता की चीख सुनकर रकमा और भाई-भाभी जागे। शोर मचने पर लेपर्ड वहां से भाग और जंगल की ओर चला गया। घायल सीता को परिजन एमबी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। जानकारी अनुसार पति की मौत के बाद लक्ष्मी दोनों बेटियों के साथ रह रही है। घटना के बाद वन विभाग की टीम खरपीणा में घटना स्थल पहुंची थी।