मुंबई। राजस्व खुफिया निदेशालय (Directorate of Revenue Intelligence) (डीआरआई) (DRI) ने एक गोल्ड स्मगलिंग रैकेट (Gold smuggling racket) का भंडाफोड किया है जिसमें जवेरी बाजार (Zaveri Bazaar) में एक भट्टी में सोने पर विदेशी चिन्हांकन को हटाया जा रहा था और यह सोना बाजार में बेचा जा रहा था। डीआरआई ने 10 किग्रा सोना, 17 किग्रा चांदी, और 1.92 करोड़ रुपये की नकदी तथा 2 मिलियन अमेरिकी डॉलर बरामद किया है। इस मामले में दो अफ्रीकी नागरिकों समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
डीआरआई ने उस फैसिलिटेटर को भी गिरफ्तार किया है जिसने स्मगलर्स से गोल्ड की खरीद की और उसे पिघलाया। एजेंसी ने मंगलवार को जवेरी बाजार में कई ठिकानों पर छापेमारी की कार्यवाही की थी। इसमें धनजी स्ट्रीट पर पॉप्युलर आर्केड में बालू मेटकरी के स्वामित्व की मयाका रिफाइनरी में खास तौर पर जांच की गई। यहां से 2.57 करोड़ रुपये कीमत का 3.4 किलोग्राम विदेशी सोना बरामद हुआ है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मेटकरी के यहां जांच चल ही रही थी कि फैजान होडानी वहां सोना पिघलाने के लिये सोना लेकर पहुंचा था। डीआरआई ने उससे 4 करोड़ रुपये का सोना बरामद किया। होडानी यह सोना कहां से लाया था, इस बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। डीआरआई का मानना है कि गोल्ड स्मगलर्स मेटकरी के इस रिफाइनरी को सोना पिघलाने के लिये इस्तेमाल में लाते हैं और होडानी इस गैंग का एक अहम मेम्बर है।
जांच से पता चला कि होडानी ने यह सोना अफ्रीका के दो नागरिकों अब्दुल्लाह हसन और मोहम्मदजैन इस्माइल से खरीदा था। ये दोनों अफ्रीकी नागरिक मंगलवार सुबह भारत में आये थे और डोंगरी के एक होटल में ठहरे थे। जांच में खुलासा हुआ है कि होडानी का काम विदेश से और खासतौर पर अफ्रीका से लाया गया सोना हासिल कर उसे मेटकरी की रिफानरी तक पहुंचाना था। होडानी ने ही अफ्रीकी नागरिकों से सोना लेकर उन्हें इसका डॉलर में भुगतान किया था।