मुंबई। महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) के वस्तू एवं सेवा कर (goods and services tax) विभाग ने टैक्स चोरी के मामले में 6 करोड़ 40 लाख रुपयों के फर्जीवाडे का भंडाफोड किया है। बोगस बिलों के संदर्भ में जीएसटी (GST) विभाग की ओर से की जा रही छापेमारी और जांच की कार्यवाही के तहत कमलेश जैन (61) और भावना जैन (61) नामक दो निदेशकों को हाल ही में गिरफ्तार किया गया है। राज्य कर उपायुक्त राजेंद्र टिलेकर ने यह जानकारी दी है।
मे. मोनोपोली इनोवेशन्स नामक कंपनी के विरुद्ध वस्तू एवं सेवा कर विभाग की ओर से जांच कार्यवाही शुरु की गई थी। इस कार्यवाही के दौरान कारोबारी कंपनी ने पंजीकरण प्रमाणपत्र रद्द हो चुके कारोबारी से खरीदारी और बिक्री दर्शाते हुये 6.40 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान किया है। इस तरह से फर्जी खरीदारी दिखाकर 3.23 करोड़ रुपये की टैक्स (TAX) कटौती का लाभ लेकर तथा बिना माल की डिलीवरी के बिल जारी कर 3.17 करोड़ रुपये के सरकारी राजस्व के नुकसान का खुलासा हुआ है।
महानगर दंडाधिकारी ने आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने के निर्देश दिये हैं। राज्य कर सह आयुक्त प्रेरणा देशभ्रतार और राज्यकर उपायुक्त राजेंद्र टिलेकर के मार्गदर्शन के अंतर्गत सहायक राज्यकर डी. के. शिंदे ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।