जीवन में ज्ञान का है परम महत्त्व

Pratahkal    12-Feb-2024
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jain 
मुंबई। आचार्य महाश्रमण (Acharya Mahashraman) के सीवुड्स आगमन पर स्थानीय जनता उनकी अभिवंदना को आतुर नजर आ रही थी। आचार्यश्री अपनी धवल सेना के साथ जैसे ही सीवुड्स पहुँचे, प्रतीक्षारत श्रद्धालुओं ने उनका भावभीना अभिनंदन किया। स्वागत जुलूस के साथ वे सीवुड्स स्थित एस.एस. हाईस्कूल एण्ड जूनियर कॉलेज परिसर पहुँचे।
 
स्कूल परिसर के पास बने प्रवचन पण्डाल में आचार्य महाश्रमण ने कहा कि मानव के जीवन में ज्ञान का परम महत्त्व है। ज्ञान एक पवित्र चीज है। ज्ञान की प्राप्ति में अनेक बाधक तत्त्व भी बताए गए हैं। उनमें पहला है अहंकार। ज्ञान के प्रति सम्मान होने के साथ-साथ ज्ञानार्थी में ज्ञानप्रदाता के प्रति भी सम्मान का भाव होना चाहिए। विनम्रतापूर्वक ज्ञानार्जन का प्रयास करना चाहिए। विद्वतजनों के प्रति आदर व सम्मान का भाव होना चाहिए। आदमी को अपने ज्ञान के अहंकार से भी बचने का प्रयास करना चाहिए। अहंकार के भाव से मुक्त होकर ज्ञान का अच्छा उपयोग करने का प्रयास करना चाहिए। ज्ञान होने पर भी आदमी को मितभाषी बनने का प्रयास करना चाहिए। आदमी को मौन रखने का प्रयास करना चाहिए। आवश्यकता पड़ने पर ही बोलने का प्रयास करना चाहिए। शक्ति होने पर भी क्षमा को धारण करना वीरता की निशानी होती है। ज्ञान प्राप्ति में गुस्सा भी एक बाधक तत्त्व है। ज्ञान प्राप्ति के लिए आदमी को गुस्से का परित्याग कर देना चाहिए।
 
उन्होंने कहा कि आज का दिन तेरापंथ धर्मसंघ (Terapanth religious organization) के तृतीय आचार्यश्री रायचंदजी के महाप्रयाण की वार्षिक दिवस है। उनका जन्म मेवाड़ (Mewar) के रावलिया में हुआ था। वे प्रथम आचार्यश्री भिक्षु के समय में दीक्षित हुए। उन्हें पहले भिक्षु स्वामी और उसके बाद आचार्यश्री भारमलजी स्वामी का सान्निध्य प्राप्त हुआ। उनको युवावस्था में ही आचार्य पद प्राप्त हो गया था। उनका आचार्यकाल भी लगभग तीस वर्षों का रहा। उन्हें श्रीमज्जयाचार्यजी जैसे उत्तराधिकारी प्राप्त हुए। उन्होंने आज के ही दिन अंतिम श्वास ली। हम सभी उन्हें अध्यात्म-साधना की प्रेरणा ले।
 
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कार्यक्रम में स्थानीय स्वागताध्यक्ष आनंद सोनी, कालेज के कमलेश पटेल आदि ने अपनी अभिव्यक्ति दी। किशोर मण्डल व ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों ने प्रस्तुति दी। महिला मण्डल ने स्वागत गीत का संगान किया। कन्या मण्डल (Kanya Mandal) ने चौबीसी की प्रथम गितिका का संगान किया। किशोर मण्डल (teenage club) ने प्रस्तुति दी।
 
कार्यक्रम में स्वागताध्यक्ष आस्था ग्रुप फेफ़ीबाई चन्दनमल रेखा आनंद आयुष काव्य एवं सोनी परिवार, सोहन बाई रूपलाल बोहरा विमला देवेंद्र शिवानी जयेश बोहरा परिवार का सहयोग रहा।
 
कार्यक्रम सफल बनाने तेरापंथ समाज सीवूड्स नेरुल के साथ युवक परिषद महिला मंडल कन्या मंडल किशोर मंडल ज्ञानशाला परिवार संघीय संस्थाओं के साथ प्रवास व्यवस्था समिति मुंबई का भी सहयोग रहा। आनंद सोनी को नेरुल सभाके अध्यक्ष अशोक धोखा को मंत्री, देवेंद्र बोहरा को कोषाध्यक्ष बनने पर अभिनंदन किया।