(जयपुर कार्यालय संवाददाता)। भाजपा (BJP) के वरिष्ठ विधायक किरोड़ी लाल मीणा (Kirori Lal Meena) ने दो टूक कह दिया है कि मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और अपने फैसले पर कायम है। वह कोई फाइल भी नहीं निकाल रहे है। बता दें किरोड़ी का बयान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के उलट आया है। मदन राठौड़ ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा काम कर रहे है और फाइल भी निकाल रहे है।
किरोड़ी का बयान इसलिए अहम है कि रविवार को कैबिनेट की बैठक में किरोड़ी लाल मीणा शामिल हुए तो यह माना गया कि अब मीणा की नाराज की खत्म हो गई है। साथ ही वह अपने इस्तीफे के फैसले से यू टर्न ले चुके हैं, लेकिन किरोड़ी लाल ने एक बार फिर साफ किया कि वह अपने इस्तीफे के फैसले पर कायम हैं। चुनाव में जो हार हुई उसके बाद नैतिकता के आधार पर उन्होंने अपना इस्तीफा दिया है। अब उसे इस्तीफे को वापस लेने की उनकी कोई मंशा नहीं है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) से एक बार फिर आग्रह किया कि वह उनके इस्तीफा को स्वीकार करें। उल्लेखनीय है कि किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि वह कैबिनेट की बैठक में एक विधायक के तौर पर उपस्थित हुए थे।
उसमें उन्हें अपनी कुछ बात रखनी थी, वह मुख्यमंत्री के समक्ष रख दी है, लेकिन जहां तक बात बैठक में मंत्री के तौर पर शामिल होने की तो वह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि वो पूर्व में अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को दे चुके हैं और अपने इस्तीफे के फैसले पर अभी भी कायम हैं। नैतिकता के आधार पर उन्होंने इस्तीफा दिया है, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से एक बार फिर आग्रह करते हैं कि वह इस्तीफा स्वीकार करें। उन्होंने कहा कि कोई अगर कहता हर कि मैं सरकारी फाइलों पर साइन कर रहा हूं, तो वो गलत कह रहे हैं।
हां, आपदा के वक्त अति आवश्यक जो फाइल निकाल ली थी, वह नैतिक जिम्मेदारी को निभाते हुए निकाली है, लेकिन मैं मंत्री के रूप में कार्य नहीं कर रहा हूं। किसी तरह की कोई सरकारी फाइल नहीं निकाल रहा हूं। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने पिछले दिनों अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था। इसके बाद उन्होंने कई सार्वजनिक मंत्रों से यह स्वीकार किया कि उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मीणा के इस्तीफे के बीच प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा था कि मीणा मंत्री हैं और वे मंत्री की हैसियत से विभाग का काम कर रहे हैं। फाइल भी निकाल रहे हैं।