मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार

Pratahkal    01-Oct-2024
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mithun chakrvarti 
 
नई दिल्ली (एजेंसी)। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री (hindi film industry) के दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती (Veteran actor Mithun Chakraborty) को दादा साहब फाल्के पुरस्कार (Dadasaheb Phalke Award) से सम्मानित किया जाएगा। इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री (Union Minister) अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर कर दी है। उन्हें यह अवॉर्ड अक्टूबर को होने वाले 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड समारोह के दौरान दिया जाएगा। पूर्व में दादा साहब पुरस्कार जीत चुकीं आशा पारेख, एक्ट्रेस खुशबू सुंदर और फिल्म प्रोड्यूसर विपुल अमृतलाल शाह की जूरी ने मिथुन चक्रवर्ती को इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुना।
 
'सम्मान बहुत पहले मिल जाना चाहिए था'
 
पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) के पूर्व छात्र मिथुन चक्रवर्ती का असली नाम गौरांग चक्रवर्ती है। मिथुन के बेटे नमाशी ने बताया, मेरे पिता इस सम्मान से बहुत खुश हैं। हम सभी बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं। वह कोलकाता में हैं और मैंने अभी उनसे बात की है। वह सेल्फ मेड सुपरस्टार हैं। यह सम्मान उन्हें बहुत पहले ही मिल जाना चाहिए था। इसके बावजूद मुझे गर्व है कि अंततः उन्हें यह सम्मान दिया जा रहा है।
 
'घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है'
 
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मिथुन को सम्मान देने की घोषणा करते हुए लिखा, मिथुन दा की उल्लेखनीय सिनेमैटिक जर्नी कई पीढ़ियों को प्रेरणा देती है। यह अनाउंस करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि दादा साहब फाल्के सिलेक्शन जूरी ने फैसला लिया है कि लेजंडरी एक्टर मिथुन चक्रवर्ती जी को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा।
 
पहली फिल्म के लिए मिला था नेशनल अवॉर्ड
 
मिथुन ने अपने 48 साल के करियर में बंगाली, हिंदी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, ओडिया और भोजपुरी भाषाओं की 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और तीन बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार सम्मान से नवाजे गए। 16 जून 1950 को जन्मे मिथुन ने 1976 में मृणाल सेन की फिल्म 'मृगया' से करियर शुरू किया, जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनकी पहचान 1980 और 90 के दशक में ऐक्शन और डांस बेस्ड फिल्मों से बनी।