अहमदाबाद (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के जन्मदिवस के बाद गुजरात (Gujarat) में भाजपा (BJP) की नई टीम घोषित होगी। भाजपा (BJP) की नई टीम में 2024 को ध्यान में रखकर बदलाव जाने की संभावना है। प्रदेश की टीम में अभी भार्गव भट्ट और प्रदीप सिंह वाघेला की विदाई के बाद दो महामंत्रियों की जगह खाली है। सूत्रों की मानें तो प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटील नई टीम में काफी चौंकाने वाले बदलाव कर सकते हैं। पार्टी जिन्हें 2024 के चुनावों (2024 Elections) में प्रत्याशी बनाना चाहती है उन सभी संभावित नेताओं को संगठन की जवाबदेही से मुक्त किया जाएगा। इनके स्थान पर पार्टी नए नेताओं को संगठन में जगह देगी। ऐसे में पार्टी की मुख्य टीम में काफी बदलाव संभावित हैं। चर्चा यहां तक है कि सीआर पाटिल 2024 के अहम चुनाव में नई टीम के साथ मैदान में उतर सकते हैं।
2024 तक पाटिल ही कैप्टन
प्रदेश अध्यक्ष कर पाटिल का कार्यकाल जुलाई में खत्म हो गया था। इसके बाद से लगातार अटकलें लग रही थी कि क्या प्रदेश नेतृत्व में बदलाव होगा? पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया की 2024 के चुनाव तक सीआर पाटील प्रदेश अध्यक्ष के पद पर काबिज रहेंगे। यह पहला मौका होगा जब कर पाटिल की अगुवाई भाजपा लोकसभा चुनाव में उतरेगी। विधानसभा चुनाव में अपने प्रबंधन का करिश्मा दिखा चुके पाटिल के सामने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव से अच्छा प्रदर्शन करने की चुनौती है। विधानसभा चुनावों में पेज समिति के प्रयोग से सभी रिकार्ड ध्वस्त करने वाले पाटिल ने अपना होमवर्क काफी मजबूत कर लिया है ऐसे में पाटिल को उनके बड़ी जीत की उम्मीद है। यही वजह है कि पार्टी ने उन्हें 2024 तक बनाए रखने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह राज्य होने के चलते पार्टी हर हालत में गुजरात की सभी 26 सीटें फिर से जीतना चाहती है।
जीत नहीं बड़ी जीत का लक्ष्य
पाटिल ने हर सीट को 5 लाख वोटों के अंतर से जीतने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए उन्होंने तैयारी भी शुरू कर दी है। लोकसभा चुनावों से पहले एक बार फिर गुजरात कांग्रेस के काफी नेताओं के भाजपा में शामिल होने की चर्चा जोर पकड़ रही है। इसकी शुरूआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 73 में जन्मदिन से होने की बात कही जा ही है। वडोदरा में कांग्रेस के कई नेता भाजपा शामिल होंगे। चर्चा यह भी है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे कांग्रेस के कुछ और नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं। प्रदेश अध्यक्ष आर पाटिल ने उन सीटों पर खास फोकस किया हुआ है जिन्हें भाजपा ने पिछले चुनाव में 3 लाख के कम अंतर से जीता था। विपक्ष के कु.ह... गठबंधन को देखते हुए भाजपा ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है गुजरात में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के साथ- साथ दूसरी छोटी पार्टियों के साथ आने के चलते भाजपा नए सिरे से रणनीति बना रही है। इसके चलते पार्टी उन नेताओं को भी अब शामिल करने में नहीं हिचकिचा रही है। जो गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी छोड़कर गए थे। पार्टी ने हाल ही में पादरा से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले दिनेश पटेल उर्फ दीनू मामा को पार्टी में वापसी कराई है।
सांसदों के कटेंगे टिकट
सूत्रों के अनुसार पार्टी की नई टीम में जहां बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी ने अपने मौजूदा 26 सांसदों में कई घर बैठा सकती है।
इनकी जगह पर नए चेहरों को मौका दे सकती है। पार्टी की नई कार्यकारिणी में जातिगत समीकरणों को भी ध्यान रखा जाएगा पटेल, कोली के साथ-साथ क्षत्रिय और दूसरी जातियों का समायोजन किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार 17 सितंबर के बाद गुजरात की नई टीम का ऐलान हो जाएगा। संगठन की नई टीम घोषित होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की कैबिनेट बदलाव संभव है। पार्टी की तरफ से 2024 के चुनाव को मध्य नजर रखते हुए निगम और बोर्ड में भी नियुक्तियां हो सकती हैं। इसके अलावा 2024 के लोकसभा चुनावों में पटेल और पाटिल की जोड़ी फिर से चुनावी मैदान में उतरेगी। प्रदेश की सभी 26 सीटों पर गुजरात का नेतृत्व कमान संभालेगा तो वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ज्यादा वक्त देश के दूसरे राज्यों में देंगे। ऐसे में पार्टी की कोशिश है कि उन सांसदों को रिपीट ना किया जाए जिनकी छवि कुछ करणों से जनता के बीच ठीक नहीं है।