नई दिल्ली : गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), भाजपा (BJP) अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) और टीडीपी (TDP) प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू (N. Chandrababu Naidu) के बीच दिल्ली (Delhi) में हाल की मुलाकात के बाद गठबंधन को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। इन चर्चाओं के बीच शाह और नड्डा (Nadda) आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) जा रहे हैं। वे मोदी सरकार (Modi government) के 9 साल पूरे होने के मौके पर दो अलग-अलग सभाओं को संबोधित करेंगे। 8 जून को शाह की विशाखापत्तनम में होने वाली रैली अब 11 जून को होगी । भाजपा स्टेट प्रेसिडेंट (BJP State President) सोमू वीराजू ने इसकी जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोडशो 7 महीने बाद भाजपा शहर में ताबड़तोड़ कार्यक्रम करने की तैयारी कर रही है। 10 जून को नड्डा तिरूपति में पब्लिक मीटिंग को संबोधित करने वाले हैं। रैली के अलावा दोनों नेता पार्टी कार्यकर्ताओं और राज्य के नेताओं के साथ चुनावी मूड और संभावित गठबंधन को लेकर चर्चा करेंगे।
आंध्र प्रदेश में भाजपा की स्थिति
आंध्र प्रदेश देश के उन राज्यों में से है, जहां भाजपा का संगठन उतना मजबूत नहीं है। आंध्र में 45,950 बूथ हैं। सूत्रों ने बताया कि भाजपा अब तक करीब 15,000 बूथों पर ही बूथ कमेटी बना पाई है। स्थानीय नेताओं का कहना है कि राज्य की सियासत के हिसाब से यह नंबर अच्छा है। यहां से भाजपा का न कोई लोकसभा सांसद है और ना ही विधायक । राज्यसभा सांसद सीएम रमेश ने टीडीपी छोड़कर भाजपा जॉइन की थी।
राज्य के नेताओं के बीच इस बात को लेकर स्पष्टता है कि अगर भाजपा को आने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly elections) और लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में सीटें जीतनी हैं तो उसे स्थानीय पार्टियों से हाथ मिलाना होगा। हालांकि इसके लिए वे राष्ट्रीय नेतृत्व से सिग्नल मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
राज्य स्तर पर लीडरशिप में बदलाव की भी चर्चा है। आंध्र प्रदेश में स्टेट भाजपा प्रेसिडेंट सोमू वीराजू का कार्यकाल जून में पूरा हो रहा है और कुछ नेता उनकी जगह लेने के लिए रेस में हैं। इसमें पीवीएन माधव, वाई सत्य कुमार और सीएम रमेश का नाम चर्चा में है।