लोकसभा चुनाव 2024

सपा के बाद अब भाजपा का एमवाई फैक्टर
मिशन 80 के लक्ष्य को भेदने की चल रही तैयारी

Pratahkal    08-Jun-2023
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Pratahkal - Main News Update - Lok Sabha Election 2024
 
लखनऊ : समाजवादी पार्टी के एमवाई फार्मूले की तर्ज पर 2024 में मिशन 80 को पार लगाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी एमवाई फैक्टर लेकर जनता के बीच पहुचेंगी। सपा का एमवाई जहां मुस्लिम-यादव है, वहीं भाजपा के एमवाई का मतलब मोदी-योगी (Modi-Yogi) और मुस्लिम-योगी (Muslim-Yogi) है। इसी के साथ भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा (Minority Front) प्रदेश में 18 लाख से अधिक पीएम आवास योजना के अल्पसंख्यक लाभार्थियों के दम पर आगामी लोकसभा चुनाव में जीत का लक्ष्य भेदने का काम करेगा। दरअसल, हाल में निकाय चुनाव (Election) में मिले मुस्लिमों के मिले साथ से उत्साहित भाजपा के रणनीतिकार उनको साधने में लगे हैं।
 
भाजपा ने 2019 में यूपी में 62 लोकसभा सीट जीती थीं। दो उसकी सहयोगी दल अपना दल ने जीती थीं। बाकी 16 विपक्ष के पास थीं। उनमें से मुस्लिम बहुल सभी सीटों सहारनपुर, अमरोहा, बिजनौर, नगीना, संभल, रामपुर, मुरादाबाद आदि पर बीजेपी हारी थी । मेरठ, अलीगढ़, कैराना, मुजफ्फरनगर आदि सीटों पर भी भाजपा को जीतने के लिए मेहनत करनी पड़ी थी। इसलिए 2024 में भाजपा ने अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिमों को साधने की रणनीति पर कदम बढ़ाया हुआ है। उनमें भी पसमांदा मुस्लिमों को जोड़ने पर जोर है। निकाय चुनाव में भाजपा ने मुस्लिमों को साथ लगाया जिसका उसे फायदा हुआ। संभल, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर, देवबंद आदि मुस्लिम बहुल सीटों पर भाजपा को उम्मीद से ज्यादा वोट मिला। उससे पहले उपचुनाव में रामपुर लोकसभा, रामपुर विधानसभा, स्वार विधानसभा मुस्लिम बहुल होने के बाद भी भाजपा या भाजपा गठबंधन जीता। ऐसे में भाजपा के रणनीतिकारों का मानना है कि कमल अब मुस्लिमों के लिए अछूत नहीं रह गया है।
 
18 लाख अल्पसंख्यक पीएम आवास योजना लाभार्थियों तक बनाई जा रह
 
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली का कहना है कि अल्पसंख्यक मोर्चा सूबे के मदरसों और दरगाहों में 21 सितंबर को योग का आयोजन करेगा ताकि मुस्लिमों को साथ जोड़ा जा सके। केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर 30 मई से चल रहे एक माह के महाजनसंपर्क अभियान के तहत मोर्चा 18 लाख से अधिक पीएम आवास योजना के अल्पसंख्यक लाभार्थियों तक पहुंचने में लगा है। लाभार्थियों से संपर्क, संवाद किया जा रहा है। उनको समझाया जा रहा है कि भाजपा उनकी फिक्रमंद है। कुंवर बासित अली की मानें तो भाजपा अपने एमवाई की रणनीति पर आगे बढ़ रही है। अल्पसंख्यकों को समझाया जा रहा है कि भाजपा के एमवाई का मतलब मोदी-योगी और मुस्लिम-योगी है। मोदी योगी का साथ उनका भला कर रहा हैं। बिना भेदभाव के योजना का लाभ देने पर सीएम योगी पर मुस्लिमों का भरोसा है।
900 मदरसों और दरगाहों में योग कराने की योजना
 
उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी का कहना है कि भाजपा ने इस निकाय चुनाव में करीब 400 मुस्लिमों को टिकट दिया । अच्छे परिणाम आए। उनके मुताबिक, 21 जून को योग दिवस पर सूफी विचारधारा वाले कम से कम 900 मदरसों और दरगाहों में योग कराने की योजना है। 403 विधानसभाओं में 2- 2 कार्यक्रम होंगे। 80 लोकसभा सीटों वाले मदरसों, दरगाह और खानकाहों में यह कार्यक्रम होगा। इसमें मदरसे के छात्र, उस्ताद, सूफी और सूफी विचारधारा के लोग शामिल होंगे। इसी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात पर छपी एक लाख उर्दू किताबों को प्रबुद्ध लोगों को देंगे। मकसद बच्चों को मन की बात का मर्म बताना है।
 
पश्चिमी यूपी की मुस्लिम बहुल सीटों पर नजर
 
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने यूपी की अधिक मुस्लिम आबादी वाली 29 लोकसभा सीट चुनी हैं। यहां अल्पसंख्यकों के बीच बेहतर तरीके से काम किया जा सकता है। इनमें वेस्ट यूपी की सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, नगीना, बागपत, बरेली, अलीगढ़, संभल, रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, कैराना, गौतम बुद्धनगर, आगरा और बदायूं है। लेकिन इनमें भी मुस्लिमों का साथ जहां ज्यादा मिलेगा, अल्पसंख्यक मोर्चा तेजी से काम करेगा।