दिल्ली में ऑनलाईन एस्कार्ट के नाम से डेढ़ लाख की ठगी करने में 5 गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने गोवर्धन विलास क्षेत्र से किया गिरफ्तार

Pratahkal    06-Jun-2023
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Pratahkal - Udaipur Crime News - 5 arrested for cheating 1.5 lahks in the name of online escort in Delhi
उदयपुर : शहर की गोवर्धनविलास थाना पुलिस (Govardhanvilas Police Station) ने ऑन लाईन एस्कार्ट सर्विस (Online escort service) के नाम पर दिल्ली (Delhi) में एक युवक को डेढ़ लाख रूपए की ठगी करने में 5 आरोपियों को गिरफ्तार (Arrested) किया गया।
 
थानाधिकारी संजीव स्वामी (Sanjeev Swami) ने बताया कि दिल्ली के मालवीय नगर निवासी एक युवक ने साईबर पुलिस साकेत दक्षिणी दिल्ली में प्रकरण दर्ज करवाया कि उसके द्वारा ऑनलाईन एस्कोर्ट सर्विस सर्च किया गया था। जिस पर उस को ऑनलाईन एक नम्बर प्राप्त हुआ था। इस नम्बर से सम्पर्क करने पर अज्ञात बदमाशों द्वारा उसके साथ 1 लाख 48 हजार 250 रूपये की धोखाधड़ी की गई। इस पर मामला दर्ज कर पीड़ित के साथ ठगी होने के बाद प्रकरण में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की टीम तलाश के लिए उदयपुर (Udaipur) आई और गोवर्धनविलास पुलिस से सम्पर्क किया।
 
दिल्ली पुलिस की साईबर सैल की टीम व गोवर्धनविलास थानाधिकारी के नेतृत्व में एसआई दिल्ली साईबर पुलिस संजय सिंह, एएसआई गंगाराम, हैड कांस्टेबल गणेश सिंह, जितेन्द्र कुमार, कांस्टेबल दिनेश सिंह, शैतान राम की टीम ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए बडबडेश्वर महादेव मंदिर रोड़ देवाली स्थित एक फ्लेट पर दबिश देकर वहां से अशोक पुत्र प्रेमजी निवासी अखीपुर सरोदा डुंगरपुर, दीपक पुत्र प्रभु लाल निवासी सरोदा डुंगरपुर, मनीष पुत्र नाथू निवासी गामडी देवकी सरोदा डुंगरपुर, रौनक पुत्र नारायण निवासी सरोदा डुंगरपुर, विनोद पुत्र दयालाल निवासी गामडी दोवडा डुंगरपुर को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से मोबाईल व अन्य इलेक्ट्रोनिक उपकरण बरामद किए गए। इन आरोपियों को दिल्ली पुलिस साथ लेकर रवाना हो गई।
 
ऐसे करते है ठगी
 
पुलिस के अनुसार आरोपी मूलत डुंगरपुर जिले के निवासी है। जो वर्तमान में उदयपुर शहर में इस फ्लेट को किराये पर लेकर ऑनलाईन धोखाधडी करते है। आरोपी एस्कोर्ट सर्विस के नाम से एक मोबाईल नम्बर इंटरनेट पर डालते है। इस नम्बर पर सम्पर्क करने वाले व्यक्ति से एस्कोर्ट सर्विस के नाम पर लड़की की फोटो दिखाकर पैसे जमा करवाने के लिए कहा जाता है। पीड़ित पैसा जमा करवाता है और उसके साथ ठगी हो जाती है। इन आरोपियों के पास ऐसी कोई सुविधा उपलब्ध नही होती है।