मुंबई । एक शाम श्रीजालवाला नाथ के नाम द्वितीय महा भैरव भक्ति का आयोजन बोरिवली (Borivali) के कच्छी ग्राउंड में किया गया। केसरिया, केसरिया, श्रीजालवाला नाथ केसरिया की गूंज से कच्छी ग्राउंड अमरतिया की पावन धरा ही बन गया था। इस महाभक्ति में मेवाड़, मारवाड़ सहित मुंबई (Mumbai) का पूरा राजस्थानी प्रवासी समाज (Rajasthani Pravasi Samaj) उमड़ गया। जहां एक और श्रीजालवाला नाथ का श्रृंगार युक्त दरबार सजा था, वहीं दूसरी ओर भजन गायिका माधुरी वैष्णव और लेहरू दास वैष्णव, पारस टेलर और गोपाल सिंह ने एक के बाद एक सुरीले भजनों से श्रीजालवाला भैरव को रिझाया और उपस्थित श्रोताओं को भी ऐसा मंत्रमुग्ध किया कि वहाँ उपस्थित हर भक्त नाचे बिना रह ना सका। कार्यक्रम का यूट्यूब पर लाइव प्रसारण प्रातःकाल लाइव यूट्यूब चैनल पर समापन तक किया गया जिससे घर बैठे लोगों ने भी इस महा भक्ति का लाभ उठाया। इस ऐतिहासिक महा भक्ति का आयोजन श्रीजालवाला भैरव मंडल घाटकोपर, मुंबई एवं देवनारायण जालवाला भैरव विकास समिति अमरतिया द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दोपहर 4 बजे वरघोड़ा के साथ किया गया, जिसमें धींग परिवार एवं मंडल के सभी भक्त महिलाएं एवं पुरुष परम्परागत सुसज्जित पोशाकों में उत्साह से पूर्ण नजर आए। सायं 5.30 से बजे से महाप्रसादी रखी गयी। शाम 5 बजे से शुरू हुए महा भक्ति का आनंद देर रात तक उपस्थित भक्तों ने लिया। मंडल के अनुसार एक और फिर मुंबई की धरा पर इस ऐतिहासिक भक्ति का नया स्वर्णिम अध्याय लिखा गया। इस मौके पर शोभायात्रा का मनोरम दृश्य देखते ही बन रहा था। झांकी में कमल के फूल से प्रकट हुए देवनारायण भगवान, भैरुनाथ एवं ताका श्याम भगवान की झांकी देख सभी मंत्रमुग्ध हो गये।
- महिला मंडल की शानदार प्रस्तुति
इस दौरान महिला मंडल द्वारा नृत्य प्रस्तुति ने कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिये। इस अवसर पर श्रीजालवाला भैरव नाथ पर आधारित भजन भक्ति की पुस्तक का विमोचन हुआ। साथ ही भैरूनाथ के जीवन पर बनाई गई 14 मिनट की डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गयी।
- व्यवस्था में जुटे रहे कार्यकर्ता
श्रीजालवाला भैरव को 56 भोग का प्रसाद भी चढ़ाया गया। इस महाभक्ति में सोहनलाल धींग, अशोक धींग तथा निलेश धींग के साथ ही जालवाला ट्रस्ट परिवार मुंबई के कार्यकर्ताओं ने सारी व्यवस्थाओं को संभाला। भक्ति और विश्वास का एक सुंदर समन्वय इस भैरव महा भक्ति में देखने को मिला।