उदयपुर : शहर भाजपा (BJP) की जिला कार्यसमिति की बैठक (District Working Committee meeting) में उदयपुर (Udaipur) शहर से दावेदारी कर रहे एक भी दावेदार को मंच से बोलने का मौका नहीं मिला। वहीं मंच से सम्बोधित कर रहे भाजपा नेता बार-बार भाजपाईयो को घर की बात घर में ही रखने और सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं करने के लिए कहते रहे। साथ ही मतभेद को भुलाकर एक होकर काम करने के लिए कहते रहे। बैठक के बाद भाजपा नेता दावेदारों को सम्बोधित नहीं करवाने को लेकर भाजपा नेताओं में चर्चाएं शुरू हो गई कि आखिर ऐसा क्या हो गया।
शहर भाजपा की जिला कार्यसमिति की बैठक मंगलवार शाम को बलीचा स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित हुई। इस बैठक को संभाग प्रभारी हेमराज मीणा, प्रदेश महामंत्री सुशील कटारा, शहर प्रभारी बंशीलाल खटीक, ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, पूर्व विधायक शांतिलाल चपलोत, शहर जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, महापौर जीएस टांक, महामंत्री मनोज मेघवाल ने सम्बोधित किया। इस दौरान भाजपा नेता एक ही बात कहते हुए नजर आए कि मनभेद हो या मतभेद आपस की बात आपस में ही होनी चाहिए। किसी को भी कोई बात बुरी लगी हो या किसी ने कोई टिप्पणी की हो तो उसे घर में बैठकर निपटाया जा सकता है। भाजपा नेताओं ने कहा कि कागज-पैन लेकर बैठों मुश्किल से 8- 10 लोग ऐसे होंगे जिनके आपस मतभेद होंगे, बाकी कार्यकर्ताओं के बीच में मतभेद नहीं है। भाजपा नेताओं ने कहा कि मतभेद भूले, अखबार में आने से आप का भी व्यक्तिगत नुकसान हो रहा है और पार्टी का भी व्यक्तिगत नुकसान हो रहा है। नेताओं ने कहा कि कोई बात हो तो पार्टी कार्यालय में बैठकर आसानी से चर्चा कर सकते है। नेताओं ने कहा कि संगठन की बात बाहर जाते
भाजपा वक्ता कहते रहे घर में बैठकर मतभेद दूर करो, अखबारों में ना आने दो प्रधानमंत्री के कार्यकाल के नौ वर्ष पूरे होने पर आने वाले कार्यक्रमों की दी जानकारी
ही हम लोग माईनस में चले जाते है। पार्टी को प्लस में ले जाना है, माईनस में नहीं । इसके अलावा भाजपा नेताओं ने अपनी उद्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नौ वर्ष पूर्ण होने जा रहे है और इसको लेकर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। ऐसे में सभी कार्यकर्ताओं को पुरे उत्साह के साथ इन कार्यक्रमों में आना है। इधर इस पूरी बैठक में मंच पर कई नेता और विधायक के दावेदार भी बैठे थे, पर एक भी दावेदार को मंच से सम्बोधित करने का अवसर नहीं मिला, जिसको लेकर भाजपा नेताओं में इस बात को लेकर चर्चा रही कि आखिरकार दावेदारों को मंच से सम्बोधित करने का मौका क्यों नहीं दिया गया। इस बैठक में जिस-जिस ने विधायक के टिकट की दावेदारी की थी वे सभी मौजूद रहे।
चपलोत के बोलने से पहले लाईंटे बंद, लोग रवाना
आखिर में जैसे ही पूर्व विधायक शांतिलाल चपलोत को बोलने के लिए बुलाया गया तो अचानक से लाईट बंद हो गई। जिस पर भाजपा नेता और कार्यकर्ता खाना खाने के लिए रवाना हो गए। यह देखकर नेताओं ने सभी को रोका और वापस बुलाया। इसके बाद चपलोत ने अपना भाषण दिया ।