चीन में भी मोदी लोकप्रिय, बुलाते हैं 'लाओशियन' यानी अजेय

Pratahkal    21-Mar-2023
Total Views |

बीजिंग : भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) चीनी नागरिकों के बीच भी बेहद लोकप्रिय हैं। वे उन्हें 'मोदी लाओशियन' (Modi Laotian) निकनेम से बुलाते हैं। लाओशियन शब्द का इस्तेमाल ऐसे व्यक्ति के लिए होता है जो अजेय हो और जिसके पास विशेष क्षमता हो। ऐसे दौर में जबकि भारत (India) और चीन (China) के रिश्ते सहज नहीं है, मोदी की चीनियों के बीच लोकप्रियता और भी मायने रखती है। वैसे भी वर्ष 2020 में गलवन घाटी में हुई हिंसक झड़प की घटना के बाद से तो दोनों देशों के बीच संबंध बेहद तनावपूर्ण है। गतिरोध को दूर करने के लिए दोनों देशों के बीच सैन्य कमांडरों की 17 दौर की उच्चस्तरीय वार्ता हो चुकी है।
 
अमेरिका (America) की रणनीतिक मामलों की पत्रिका 'द डिप्लोमैट' में प्रकाशित लेख 'चीन में भारत को कैसे देखा जाता है ?' में कहा गया है कि चीनियों के बीच भारतीय प्र.म. की काफी लोकप्रियता है। इंटरनेट मीडिया (Internet media) पर वे उन्हें मोदी लाओशियन नाम से पुकारते हैं। चीनी नागरिक मानते हैं कि मोदी अन्य नेताओं की तुलना में अद्भुत हैं, हटकर हैं चीनी इंटरनेट मीडिया विशेषकर सिना वीबो (चीन में ट्विटर की तरह एप्लीकेशन) का विश्लेषण करने के लिए मशहूर जर्नलिस्ट (Journalist) में चुनशान ने लेख में कहा है कि चीनी उनकी पोशाक और शारीरिक बनावट से प्रभावित हैं। चीनी मानते हैं कि मोदी की कई नीतियां भारत की पिछली नीतियों से अलग हैं। अधिकांश चीनी महसूस करते हैं कि मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व (INDIA WORLD) के प्रमुख देशों के बीच संतुलन बनाने में कामयाब हो रहा है।
 
'द डिप्लोमैट में प्रकाशित लेख में कहा गया, भारतीय प्र.म. की पोशाक के भी चीनी दीवाने
मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व के प्रमुख देशों के बीच संतुलन बनाने में कामयाब हो रहा
 
Modi Laotian
 
भारत-अमेरिका के अच्छे रिश्ते (Good relations between india and america) देख जलते है चीनी
 
चुनशान के अनुसार उनके इंटरने अकाउंट पर चीनी यूजर्स विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं। इससे उन्हें विदेशी मामलों में चीनी जनता की राय समझने में मदद मिलती है। चीनी नागरिकों की प्रतिक्रिया से पता चलता है कि भारत और पश्चिम के बेहतर संबंध उन्हें रास नहीं आ रहे हैं वे नहीं चाहते कि भारत और अमेरिका करीब आए। इन दोनों के आपसी संबंध अच्छे देख वे जलते हैं।
 
ये भी कहा
 
  • भारत के सभी प्रमुख देशों रूस, अमेरिका या फिर अन्य देश, सभी से मैत्रीपूर्ण संबंध हैं
  • चीनी नागरिकों में भारत के बारे में अधिक से अधिक जानने की इच्छा है, विशेषकर वे भारत की जाति व्यवस्था और हेल्थ केयर सिस्टम के बारे में जानने को बहुत उत्सुक हैं
  • भारत-पाकिस्तान के बीच खाई गहरी हो रही है, पाकिस्तान राजनीतिक के साथ-साथ आर्थिक संकट झेल रहा है 
  • चीन में व्यापक धारणा बन रही है कि भारत पश्चिम का पसंदीदा है जबकि चीन पश्चिम का लक्ष्य बन गया है।
 
मैं लगभग 20 वर्षों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिपोर्टिंग कर रहा हूं और चीनी नागरिकों को इस तरह किसी विदेशी नेता को उपनाम देते हुए देखना वास्तव में दुर्लभ संयोग है स्पष्ट रूप से कहूं तो भारतीय प्र.म. ने चीनी जनमत पर एक छाप छोड़ी है।
 
-मु चुनशान,
वरिष्ठ चीनी पत्रकार एवं विश्लेषक