जयपुर : संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आशादर्शन कला संस्था के बैनर तले छठे दो दिवसीय 'द ग्रेट लुइस ब्रेल फेस्टिवल' (The Great Louis Braille Festival) की रवींद्र मंच पर शुरुआत हुई। राजस्थान (Rajasthan) रोड़वेज सेवा से सेवानिवृत्त, दृष्टि दिव्यांग ओमप्रकाश अग्रवाल द्वारा ब्रेल लिपि के जनक लुइस ब्रेल के चित्र पर माल्यार्पण किया गया एवं दीप प्रज्वलित कर विधिवत रूप से समारोह की शुरुआत की गई। दो दिवसीय समारोह के पहले दिन रविवार को रस-रंग-मंच संस्था के द्वारा प्रस्तुति दी गई, जिसमें लुइस ब्रेल के जीवन पर आधारित डॉ० आशुतोष द्वारा लिखित नाटक 'दिव्य दृष्टि' का मंचन किया गया। उक्त नाटक के निर्देशक वरिष्ठ रंगकर्मी हिमांशु झांकल ने बताया कि आशादर्शन कला संस्था (Art institute) के बैनर तले 30 दिवसीय कार्यशाला (Workshop) में तैयार उक्त नाटक में लगभग 18-20 नवोदित कलाकारों ने भाग लिया, इनमें से कुछ कलाकार नेत्रहीन (Blind) भी थे। नाटक की कहानी के मूल संदेश जो आम इंसान कर सकता है, वही नेत्रहीन भी कर सकता है, गम्भीर विषय को भी हमने संगीत के साथ प्रस्तुत करने का प्रयास किया जोकि बहुत ही खूबसूरत रहा। इसके लिए वरिष्ठ रंगकर्मी एवं संगीत निर्देशक मुकेश वर्मा ने सभी कलाकारों के साथ कड़ी मेहनत की, उन्हें इसके लिए ट्रेंड किया ।