मुंबई ( कार्यालय संवाददाता) । भारत ने ऑस्ट्रेलिया को वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में 5 विकेट से हराया। टीम ने मुंबई (Mumbai) के वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede Stadium) में 11 साल बाद वनडे (ODI) में जीत हासिल की है।
इस जीत के साथ ही भारतीय टीम (Indian Team) ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। सीरीज का दूसरा वनडे 19 मार्च को वाइजैग में खेला जाएगा।
टॉस हारकर पहले बैटिंग कंगारू टीम 35.4 ओवर में 188 रन पर ऑलआउट हो गई। जवाब में टीम इंडिया ने 39.5 ओवर में 5 विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। टेस्ट सीरीज में रनों के लिए तरस रहे केएल राहुल ने 13वां अर्धशतक लगा और जडेजा के साथ 104 रनों की नाबाद शतकीय साझेदारी ने जीत में अहम योगदान दिया। ऑलराउंड प्रदर्शन करने वाले रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) मैन ऑफ द मैच रहे। उन्होंने नाबाद 45* रन बनाए। दो विकेट लिए और एक शानदार कैच पकड़ा।
भारत का टॉप ऑर्डर फेल
189 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी भारतीय टीम का टॉप ऑर्डर कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सका। एक समय टीम ने 39 रन पर चार विकेट गंवाए दिए थे। यहां इशान किशन (Ishan Kishan) 3, विराट कोहली (Virat Kohli) 4 और सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) 0 रन पर आउट होने के बाद गिल (Shubman Gill) भी 20 रन बनाकर चलते बने। ऐसे में मिडिल ऑर्डर पर खेलने आए केएल राहुल (KL Rahul) (नाबाद 75 रन), कप्तान हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) (25 रन) और रवींद्र जडेजा (नाबाद 45 रन) ने टीम की नैया पार लगाई। राहुल ने पहले पंड्या के साथ 55 बॉल पर 44 रन जोड़े। फिर जडेजा के साथ 122 बॉल पर 104 * रनों की साझेदारी कर बचा हुआ काम पूरा किया ।
वानखेड़े में लगातार 3 मुकाबले हारे थे
टीम इंडिया को वानखेड़े स्टेडियम में आखिरी जीत अक्टूबर 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ मिली थी। इसके बाद टीम ने यहां 3 मुकाबले खेले, लेकिन तीनों में हार मिली। 2015 में साउथ अफ्रीका ने 214 रन, 2017 में न्यूजीलैंड ने 6 विकेट और 2020 में ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से हमें हराया। वर्ल्ड कप साल में वानखेड़े की यह जीत इसलिए भी यादगार है क्योंकि यहीं 2 अप्रैल 2011 की रात भारत ने श्रीलंका को हराकर दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप जीता था।
मार्श का आतिशी अर्धशतक, आखरी 59 रन बनाने में गंवा दिए 8 विकेट
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया (Australia) ने भारत के सामने 189 रन का लक्ष्य रखा है। कंगारू टीम 35.4 ओवर में 188 रन पर सिमट गई। एक वक्त ऑस्ट्रेलिया का स्कोर दो विकेट पर 129 रन था, इसके बाद टीम 59 रन बनाने में आठ विकेट गंवा दिए। इससे पहले ट्रेविस हेड पांच रन बनाकर सिराज का शिकार बने थे । इसके बाद मिचेल मार्श (Mitchell Marsh) और कप्तान स्टीव स्मिथ (Steve Smith) ने दूसरे विकेट के लिए 72 रन की साझेदारी निभाई थी । स्मिथ को हार्दिक पांड्या ने विकेटकीपर केएल राहुल के हाथों कैच कराया। वह 22 रन बना सके। इसके बाद मार्श ने लाबुशेन के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 52 रन की साझेदारी निभाई। मार्श को जडेजा ने सिराज के हाथों कैच कराया। वह 65 गेंदों में 10 चौके और पांच छक्के की मदद से 81 रन की ताबड़तोड़ पारी खेलकर पवेलियन लौटे। मार्श के आउट होते ही पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ढह गई । लाबुशेन को कुलदीप ने जडेजा के हाथों कैच कराया। वह 15 रन बना सके। इसके बाद मोहम्मद शमी का कहर देखने को मिला। उन्होंने अपने तीन ओवर में तीन विकेट लिए।। सबसे पहले 28वें ओवर में जोश इंग्लिस को बोल्ड किया। इंग्लिस 26 रन बना सके। इसके बाद 30वें ओवर में कैमरन ग्रीन को बोल्ड किया। ग्रीन 12 रन बना सके। फिर 32वें ओवर में मार्कस स्टोइनिस को स्लिप में शुभमन गिल के हाथों कैच कराया। स्टोइनिस पांच रन बनाकर आउट हुए। जडेजा ने मैक्सवेल को हार्दिक के हाथों कैच कराया। मैक्सवेल आठ रन बना सके। वहीं, सिराज ने शॉन एबॉट और एडम जाम्पा को आउट कर ऑस्ट्रेलियाई पारी को 188 रन पर समेट दिया।