नई दिल्ली (एजेंसी)। कांग्रेस (Congress) पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ब्रिटेन (Britain) में भारत के लोकतंत्रिक व्यवस्था (Democratic System) को लेकर दिए अपने बयानों पर घिरते नजर आ रहे हैं। सरकार और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उनसे माफी की मांग की है। राहुल अगर माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की पहल भी की जा सकती है। उन्हें संसद से निलंबित (Suspended) करने की संभावना तलाशने के लिए भाजपा ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) से संपर्क साधा और एक विशेष समिति बनाने की मांग की है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि यह सिर्फ विशेषाधिकार का मुद्दा नहीं है, यह उससे बहुत आगे की बात है ।
सूत्रों के हवाले से कहा है कि भाजपा ने 2005 में कैश फॉर - क्वेरी स्कैंडल की जांच के लिए गठित पैनल की तर्ज पर एक विशेष समिति गठित कराने के लिए स्पीकर से संपर्क किया है। यदि एक समिति का गठन किया जाता है तो भाजपा के पास लोकसभा (Lok Sabha) में बहुमत है। आपको बता दें कि विशेष समिति आमतौर पर एक महीने में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करती है ।
राहुल ने आरोपों को किया खारिज
भाजपा के द्वारा माफी की मांग पर राहुल गांधी ने गुरूवार को कहा कि उन्होंने कोई भारत विरोधी बात (Anti India Talk) नहीं कही है। उन्होंने कहा कि अगर मुझे अनुमति दी गई तो मैं संसद (Parliament) में बोलूंगा।
सरकार ने दिखाए कार्रवाई के तेवर
इससे पहले केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने कहा था, भाजपा राहुल गांधी के मुद्दे को बहुत गंभीर मानती है। यह विशेषाधिकार के मुद्दे ऊपर की बात है। हम चाहते हैं कि इसे गंभीरता से लिया जाए। मेरी पार्टी सभी नियमों और परंपराओं का इस्तेमाल करने की कोशिश करेगी। राष्ट्र से जुड़ी कोई भी चीज सभी के लिए चिंता का विषय है। अगर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देश का अपमान करते हैं तो हम चुप नहीं रह सकते हैं। उन्होंने कहा, राहुल गांधी ने जो कहा उससे देश को नुकसान हुआ है। इससे सदन को नुकसान पहुंचा है। कुछ लोगों को देश की प्रतिष्ठा की परवाह नहीं है।