वसुंधरा के बेटे दुष्यंत पर विधायकों की बाड़ेबंदी का आरोप

विधायक ललित मीणा के पिता बोले- उन्होंने बेटे को होटल भेजा, मैं लेने गया तो रोक दिया

Pratahkal    08-Dec-2023
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vasundhara raje 
 
जयपुर ( कार्यालय संवाददाता ) । विधायकों को होटल रुकवाने के मामले में किशनगंज (Kishanganj) विधायक ललित मीणा (Lalit Meena) के पिता हेमराज मीणा (Hemraj Meena) ने वसुंधरा राजे (vasundhara raje) के बेटे और सांसद दुष्यंत सिंह ( Dushyant Singh) पर बड़ा आरोप लगाया है। पूर्व विधायक हेमराज ने कहा कि मेरे बेटे और झालावाड़ - बारां के विधायकों को सांसद दुष्यंत जयपुर (jaipur) लेकर आए थे। शाम को जब ललित घर नहीं लौटा तो मैंने उससे बात की । उसने कहा कि मैं सीकर रोड पर एक रिसोर्ट में हूं। ये लोग मुझे यहां से नहीं आने दे रहे हैं।
 
उसके बाद मैं भी रिसोर्ट पहुंच गया। मैंने इस बारे में प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी (cp joshi) और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर को बताया। उसके बाद सीपी जोशी भी मौके पर पहुंचे, लेकिन वहां पर अंता विधायक कंवरलाल मीणा ने हमें ललित को लाने से रोका। उसने कहा कि सांसद दुष्यंत से बात करो और उसके बाद ही इसे लेकर जाओ। मैंने दुष्यंत सिंह को फोन लगाया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। उन्होंने हमसे जबरदस्ती की। उसके बाद हम ललित को लेकर आ गए।
 
सूत्रों के अनुसार मंगलवार देर रातसीकर रोड पर एक होटल में भाजपा के 5- 6 विधायक ठहरे थे। इनमें किशनगंज विधायक ललित मीणा भी थे। साथी विधायकों की बातें और हाव-भाव देख ललित को शक हुआ कि पार्टी के किसी बड़े नेता के इशारे पर लॉबिंग हो रही है, क्योंकि वे कोटपूतली से आगे किसी होटल में जाने की बात कर रहे थे।
 
ललित ने अपने पूर्व विधायक पिता और पार्टी के कुछ नेताओं से बात की। इसके बाद पिता खुद होटल पहुंचे और बेटे ललित को ले आए। ललित ने प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को घटनाक्रम की जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार इसके बाद विधायकों के मूवमेंट पर नजर बढ़ा दी गई है। वहीं, बुधवार को प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर विधायकों से मिलकर चर्चाएं करते रहे।
 
प्रदेशाध्यक्ष बोले- मुझे मामले की जानकारी नहीं मामले को लेकर प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा- होटल वगैरह की बात मुझे नहीं पता, लेकिन यह सच है कि ललित मीणा के पिता से मंगलवार शाम मेरी मुलाकात हुई थी। मैं पिछले 24 घंटे में 32 से अधिक विधायकों से मिला था । प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा- मुझे ध्यान नहीं है और यह कोई खास बात नहीं है। यह जरूर कहूंगा कार्यकर्ताओं और विधायकों के लिए पार्टी कार्यालय मंदिर की तरह है और यहां आस्था रखी जानी चाहिए।