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मुुंबई। महाराष्ट्र (Maharashtra) में इन दिनों मराठा आंदोलन बनाम ओबीसी आंदोलन (Maratha movement) vs बनता नजर (OBC movement) आ रहा है। जालना के अम्बड़ तालुका (Ambar Taluka) में ओबीसी समुदाय के लोगों ने सभा की। इस सभा में अजित पवार गुट के मंत्री और ओबीसी के सबसे बड़ा चेहरा छगन भुजबल भी शामिल हुए। छगन भुजबल ने सभा को संबोधित करते हुए मराठा आंदोलन (Maratha movement) पर खूब निशाना साधा। बता दें कि इसी तालुका के एक गांव में मनोज जरांगे पाटिल भूख हड़ताल पर बैठें है। साथ ही मराठा आंदोलन (Maratha movement) के सूत्रधार जरांगे पाटिल को चेतावनी तक दे डाली। छगन भुजबल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा मंडल आयोग ने ओबीसी को आरक्षण दिया है और शरद पवार ने मंडल आयोग को राज्य में लागू किया, मंडल आयोग को वीपी सिंह ने स्वीकार किया और तब जाकर 27 प्रतिशत आरक्षण दिया। छगन भुजबल ने आगे कहा हमने शरद पवार साहब से विनती की कि मंडल कमीशन को लागू किया जाए। भुजबल ने मनोज जरांगे पर तंज कसते हुए कहा कि मराठा आरक्षण का एक नया भगवान पैदा हुआ है, ये सुबह उठते हैं और कहते है कि हमारे बच्चे तो क्या दूसरों के बच्चे नहीं हैं, मनोज जरांगे पाटिल कहता है कि मैं 2 साल बेसन की रोटी खा रहा था। उससे कहना चाहता हूं कि मैं भी 2 साल जेल में था और बेसन रोटी खा रहा था।
मंत्री ने कहा कि इस आंदोलन में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। 70 पुलिस महिला कॉन्स्टेबल सहित हॉस्पिटल में दाखिल हुए। पुलिस ने मनोज जरांगे पाटिल को हॉस्पिटल ले जाने की विनती की लेकिन वह नहीं माना। अरे छत्रप्रति शिवाजी महाराज ने मुगलों की महिलाओं को भी माता जैसा सम्मान दिया है और आपने महिला कॉन्स्टेबल पर हमला किया।